फूलिया कलां थाने के बाहर ग्रामीणों का जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी,सैकड़ो की ताताद में ग्रामीण हुए एकत्रित
शाहपुरा@स्मार्ट हलचल/ ( किशन वैष्णव) जिला मुख्यालय के फूलिया कलां में बीती रात्रि एक अधेड़ की मौत को लेकर अल सुबह आक्रोशित ग्रामीणों ओर परिजनों ने फूलिया कलां थाने के बाहर जाम लगा कर प्रदर्शन शुरू कर दिया तथा हत्या का मामला दर्ज कर हत्या करने व ट्रेक्टर से कुचलने वाले लोगो के खिलाफ कार्यवाही कर गिरफ्तार करने पर अड़ गए तथा शव का पोस्टमार्टम नही करवाने और शव उठाने से इंकार कर दिया।थाने के बाहर ग्रामीण और परिजन सड़क पर बैठ कर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया तथा जाम लगा दिया।देर शाम तक परिजनों और ग्रामीणों में सहमति नही बनी जिससे जन आक्रोश और बढ़ गया।क्षेत्र की मानसी नदी के पेटे पर मृतक का खेत बताया जा रहा है जहा से होकर गुजरने वाले बजरी माफियाओं ने ट्रेक्टर से कुचलने की वारदात सामने आई है।जानकारी के अनुसार मृतक रामलाल लोधा के भतीजे बंशी लाल ने पुलिस को रिपोर्ट दी और बताया की मेरा काका रामलाल पुत्र हरदेव लोधा अपने खेत पर ही रखवाली करने के लिए रात्रि में रहता हैं।बीती मध्य रात्रि को खेत के पास से अवैध बजरी परिवहन करने वाले ट्रेक्टर गुजर रहे थे।उनकी आवाज सुन कर रामलाल ने ट्रैक्टरों को रोकने की कोसिस बजरी माफियाओं ने रामलाल के साथ लोहे की टामी व लकड़ियों से मारपीट की तथा उसके दोनो पैरो पर ट्रेक्टर चढ़ा दिया जिससे रामलाल के सिर व पूरे शरीर पर गंभीर चोटे आई।तथा रामलाल अधमरा और अचेत अवस्था में खेत पर सुबह उसके पुत्र पप्पू लाल और छोटू लाल को मिला।उनकी सूचना पर में और अन्य परिजन खेत पर गए।अचेत अवस्था में मेरे काका को फूलिया कलां अस्पताल पहुंचाया जहां से शाहपुरा रेफर कर दिया।वही अस्पताल घायल और गंभीर अवस्था में मृतक ने भतीजे बंशी लाल को बताया की उसके साथ मारपीट बजरी माफियाओ ने की।शाहपुरा जिला अस्पताल में उपचार के दौरान डॉक्टरों ने रामलाल को मृत घोषित कर दिया।वही रिपोर्ट में परिवादी ने बताया की उक्त घटना को अंजाम बजरी का अवैध दोहन करने वालो ने दिया है मेरे काका की हत्या की गई है।उन्होंने बताया की कही बार बजरी माफियाओं और हमारे बीच झड़प भी हो चुकी है बजरी माफिया रात्रि में हमारे खेतो के पास से अवैध बजरी दोहन करते हैं।आक्रोशित ग्रामीण पुलिस थाने के अंदर चले गए तथा नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।मामले को बिगड़ता देख प्रशासनिक आला अधिकारी एडीएम सुनील कुमार,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा सहित शाहपुरा,गुलाबपुरा, रायला,बनेड़ा,पंडेर जहाजपुर,केकड़ी थाने का जाप्ता बुलाया गया।
ग्रामीणों ने भी बजरी माफियाओ के खिलाफ कलेक्टर के नाम दिया ज्ञापन
समस्त फुलिया कलां के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुनील पुनिया को ज्ञापन दिया जिसमे बताया की अवैध बजरी माफिया जो घटना में लिप्त अभियुक्तो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही एवं मृतक के परिजनों को 50 लाख के मुआवजे की मांग की गई।उन्होंने बताया की अवैध बजरी दोहन करने वाले आए दिन ऐसी घटनाएं कारित कर चुके हैं जिससे ग्रामवासियों में रोष व्याप्त है वही ज्ञापन में बताया की माफियाओं ने जानबूझ कर रामलाल की हत्या की है।वही थानाधिकारी देवराज सिंह ने बताया की मौके पर जांच के लिए एफएसएल टीम पहुंच चुकी है साक्ष्य जुटाने का प्रयास कर रही है।पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बार बार हुई वार्ता के बाद भी सहमति नही बन पाई।ग्रामीणों की मांग है की घटना कारीत करने वाले हत्या में संलिप्त अभियुक्तगणों की तुरंत प्रभाव से गिरफ्तारी हो लेकिन ग्रामीण चाहते हैं की वाहनो को पुलिस थाने लाए,जिसको लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन व नारेबाजी जारी है।खबर लिखने तक किसी प्रकार की कोई सहमति पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नही बनी थी।
7 थाने का जाप्ता बुलाया,प्रदर्शनकारी थाने में घुसे पुलिस ने खदेड़ा
अधेड़ किसान की ट्रेक्टर से कुचलकर हत्या करने के मामले में पूरा फुलिया कलां सहित आस पास के छोटे गांव भी उलट गए उनका कहना है की आए दिन बजरी माफिया परेशान करते हैं उनकी दबंगई और गुंडागर्दी से आमजन परेशान हो गया। सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए शाहपुरा,बनेड़ा, गुलाबपुरा,रायला, पंडेर,जहाजपुर और केकड़ी थाने का पुलिस जाप्ता बुलाना पड़ा।लेकिन आक्रोशित जनता कहा मानने वाली थाने के मुख्य द्वार से अंदर जा घुसी तथा नाराबाजी करने लगे जिसके बाद पुलिस ने समझाइश कर बाहर निकाला वही पुलिस थाने के अंदर घुसी महिलाओ के हाथो में पत्थर भी नजर आए।
8 घंटे तक रहा मुख्य सड़क मार्ग जाम,रोडवेज सहित अन्य संसाधन रहे बाधित।
ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के कारण 8 घंटे तक केकड़ी फुलिया कलां का मार्ग अवरूद्ध रहा जिससे सरकारी रोडवेज सहित अन्य संसाधन की आवाजाही बंद रही तथा दिन भर फुलिया कलां गांव का बाजार बंद रहा वही ग्रामीणों ने पुलिस पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है मामला और जनाक्रोश को बढ़ते देख 7 थानों का जाप्ता बुलाया गया तथा थाने का मुख्य गेट बंद रख कर जाप्ता दरवाजे पर लगाया गया। 8 घंटे बाद भी प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति नही बन पाई ।