सीताराम माली
हनुमान नगर । हनुमान नगर थाना क्षेत्र के लुहारी कला पंचायत के शिवनगर गांव के समीप एक अवैध माइंस में मिट्टी धंसने से दो युवक दब गये। प्रत्यक्षदर्शी राजू जोगी ने बताया कि मेरी दोनों बेटियों के पति के साथ मैं यहां पर मजदूरी कर रहा था। इसी दौरान मैं किसी काम से गांव में दुकान चला गया। जब मैं वापस लौटा तो मुझे खान में मिट्टी धंसी हुई मिली तथा मेरे दोनों जंवाई मुझे कहीं नहीं दिखाई दिए। मैंने स्वयं पर बड़ी मुश्किल से नियंत्रित करते हुए मेरे ठेकेदार बंटी एवं राजेंद्र निवासी सरसिया को फोन द्वारा दोपहर 1:04 बजे सूचना दी। जिसके बाद ठेकेदार ने एक मशीन बुलवाकर मेरे जंवाई को निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। जबकि हनुमान नगर थाना प्रभारी गणेश राम मीणा का कहना है कि हमें सूचना 4 बजे मिली। इसी के साथ जहाजपुर तहसीलदार का कथन भी है कि हमें सूचना 4:00 बजे ही मिली। उसके बाद हनुमान नगर पुलिस सहित जहाजपुर प्रशासनिक अमला ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवा दिया। मौके पर एक एलएनटी मशीन द्वारा मिट्टी निकलवाने का काम शुरू करवाया गया, लेकिन मिट्टी खुदाई के दौरान पास में पड़ी हुई मिट्टी वापस गिर रही थी, जिसके कारण रेस्क्यू में समय लग रहा था।
अवैध खान की कम चौड़ाई एवं अधिक गहराई के कारण हो रही थी देरी
भुंवार एवं शिव नगर गांव के समीप जंगल में चल रही अवैध माइंस की चौड़ाई कम होने एवं गहराई अधिक होने के कारण रेस्क्यू में समय लग रहा था। एक तरफ परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था, वहीं दूसरी तरफ गांव वालो की भीड़ बढ़ती जा रही थी। शाम होने के पश्चात प्रशासन के समक्ष दुविधा थी, उसे एक तरफ गांव वालों को नियंत्रित करना था, वही दूसरी तरफ रेस्क्यू भी जारी रखना था।
हादसे का कारण खुदाई की मिट्टी का दोनों तरफ होना
मौके की स्थिति के अनुसार हादसे का मुख्य कारण अवैध माइंस की खुदाई के दौरान बाहर निकाली जाने वाली मिट्टी को दूर नहीं डालकर दोनों ओर के किनारे पर डालना ही है। खुदाई वाली मिट्टी भूरभूरी होने के कारण नीचे कंपन्न एवं अन्य गतिविधि के वक्त माइंस में भरभराकर गिर जाती है इसी कारण ऐसे हादसे होते हैं।
पिता के सामने ही उजड़ा दोनों पुत्रियों के मांग का सिंदूर
अवैध माइंस में लेबर के तौर पर ससुर राजू नाथ योगी एवं दोनों जमाई किशन योगी एवं मुकेश योगी कार्य कर रहे थे। दोनों जमाई खनन हादसे का शिकार हो गए लेकिन मौके पर मौजूद ससुर कुछ भी मदद नहीं कर सका। ससुर राजु ने बताया कि मेरी बड़ी बेटी सीता की शादी 2008 में किशन जोगी पुत्र रामनाथ कालबेलिया निवासी उंदरा का खेड़ा थाना बिजोलिया के साथ हुई थी। किशन के दो लड़के एवं एक माह की लड़की है। वहीं दूसरी बेटी माया की शादी मुकेश जोगी पुत्र निवासी नेगढ थाना शक्कर गढ़ के साथ दो वर्ष पूर्व हुई थी। मेरी बेटी माया की एक माह बाद ही डिलीवरी होने वाली थी।
क्षेत्र में अवैध माइंस की हैं भरमार
हनुमान नगर क्षेत्र के लुहारी, पोलिया, टिकड़, इटुंदा क्षेत्र में अवैध माइंस की भरमार है। टिकड़, लुहारी व पोलिया गांव में स्लेट स्टोन की दर्जनों माइंस अवैध रूप से चल रही हैं। वहीं लुहारी व इटुंदा क्षेत्र में भी क्वार्टस पत्थर की कई माइंस अवैध रूप से चल रही हैं।
जमाबंदी में माइंस की भूमि के ये हैं खातेदार
मौके पर मौजूद तहसीलदार रवि मीणा की मौजूदगी में पटवारी सुरेश कुमार ने बताया कि अवैध माइंस की जमाबंदी के अनुसार धर्मराज, राजवीर, नर्मदा पुत्र ओंकार मीणा, गीता पुत्री भूरी मीणा निवासी शिवनगर के नाम खातेदारी है। जबकि वहां मौजूद लोगों का कहना था कि इस माइंस को सरसिया गांव के बंटी व राजेंद्र चलाते हैं।
दोनों युवकों के आधा घंटे के अंतराल पर मिले शव
खनन हादसे के शिकार दोनों युवक किशन व मुकेश के शव आधा घंटे के अंतराल पर मिले, लेकिन घटना के 8 घंटे बाद ही शव बरामद हो सके। सबसे पहले खान में दबे मुकेश कुमार जोगी का शव 9 बजे मिला, तत्पश्चात आधा घंटे बाद किशन कुमार का भी शव मिला। पुलिस ने दोनों शवों को राजकीय चिकित्सालय देवली की मोर्चरी में रखवा दिया है।
ये अधिकारी रहे मौके पर मौजूद
खनन हादसे के पश्चात मौके पर जहाजपुर एसडीएम राजकेश मीणा, डीएसपी नरेंद्र पारीक, तहसीलदार रवि कुमार मीणा, हनुमान नगर थाना प्रभारी गणेशाराम मीणा एवं कांस्टेबल लालाराम व टीकम सहित पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।