भीलवाड़ा । सदर थाना पुलिस, डीएसटी और साइबर सेल ने 10-10 हजार के दो ईनामी अपराधियो को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है । दोनो आरोपित अवैध रूप से देशी व अंग्रेजी शराब की सप्लाई करने के आरोप में वांछित थे और काफी समय से फरार चल रहे थे । जिन्हे पकड़ने के लिए एसपी धर्मेंद्र सिंह ने ईनाम घोषित किया था । भीलवाड़ा मुख्यालय एएसपी पारसमल जैन के निर्देशन में और सदर थाना वृताधिकारी श्याम सुंदर विश्नोई के सुपरविजन में टीम का गठन कर दोनो आरोपियों को विशेष टीम ने गिरफ्तार कर लिया । जिसमे डीएसटी टीम के हैड कांस्टेबल प्रतापराम, कांस्टेबल अमृत सिंह और ऋषिराज का विशेष योगदान रहा । आरोपित कुलदीप सिंह पुत्र दशरथ सिंह निवासी पुंडरपाड़ा थाना मानपुर जिला दौसा और रवि कुमार सैनी पुत्र मुकेश कुमार निवासी करनावर थाना बसवा जिला दौसा को गिरफ्तार किया गया है । आरोपित रवि कुमार को जयपुर से डिटेन किया गया जो अपने दोस्त के पास रहकर काम धंधा कर रहा था वही आरोपित कुलदीप सिंह को बैजूपाडा पुलिस की मदद से उसके घर से गिरफ्तार किया गया । आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम ने जयपुर मे पहले दबिश दी वहां से सूचना एकत्रित की ओर मुखबिर से संपर्क किया तकनीकी सहायता ली तत्पश्चात आरोपियों के ठिकाने टीम ने ढूंढ निकाले और धर दबोचा । सदर थाना प्रभारी कैलाश कुमार ने बताया की अवैध शराब का यह मामला 9 फरवरी 2025 का है जब हमीरगढ़ थाने में पदस्थापित ए एस आई महेंद्र सिंह ने एनएच 48 पर तख्तपुरा के पास नाकाबंदी लगा रखी थी तभी एक पिकअप आते नजर आई जो संदुग्ध प्रतीत हुई जिसे रूकवाया जिसमे चालक और सहचालक बैठे थे जिनसे पूछताछ की गई और पिकअप की तलाशी ली । पिकअप में कुर्सियां और गद्दे भरे हुए थे लेकिन उनकी आड़ में अवैध देशी और अंग्रेजी शराब के 81 कार्टून मिले जिसके बाद पिकअप और अवैध शराब को पुलिस ने जप्त कर लिया और आरोपित चालक रामदयाल सैनी निवासी पोदाला की ढाणी करनावर थाना बसवा जिला दौसा और खलासी विजेंद्र मीणा निवासी करवेड़ा थाना मालखेड़ा जिला अलवर को गिरफ्तार किया गया और आबकारी अधिनियम में मामला दर्ज कर जांच शुरू की दोनो आरोपियों से अवैध शराब के सप्लायर में बारे सख्ती से पूछताछ की गई इस दौरान दोनो आरोपियों कुलदीप सिंह और रवि कुमार का नाम सामने आया जिन्हे गठित टीम ने अथक प्रयास के बाद गिरफ्तार कर लिया । टीम ने जिला विशेष टीम के उप निरीक्षक प्रभारी राजपाल सिंह, रविंद्र सिंह और साइबर सेल हैड कांस्टेबल सत्यनारायण शामिल थे ।