Awareness on natural farming
बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
स्मार्ट हलचल/चित्तौड़गढ़ कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा दिनांक 19 जनवरी को प्राकृतिक खेती पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें आलोक सीनियर सेकेण्डरी स्कूल निंबाहेड़ा के कृषि संकाय के 26 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। जागरूकता कार्यक्रम में डॉ रतन लाल सोलंकी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने प्राकृतिक खेती के उद्देश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही प्राकृतिक खेती में उपयोग की जाने वाली जैविक कार्बोनिक खादों जैसे कम्पोस्ट, वर्मी कंपोस्ट, वर्मी वाश, डी कम्पोज़र , बीजामृत ,जीवामृत व पंचगव्य आदि बनाने की विधि एवं उपयोग पर चर्चा की। साथ ही केवीके की प्रदर्शन इकाई वर्मी कंपोस्ट। इकाई में जैविक खाद वर्मी कंपोस्ट एवं वर्मीवाश बनाने की प्रायोगिक जानकारी से अवगत कराया। विधार्थियों को केंद्र पर स्थापित कृषि मौसम इकाई एवं सरसों फसल कैफेटेरिया का भ्रमण कराकर तकनीकी जानकारी दी। कार्यक्रम सहायक दीपा इंदौरिया ने विद्यार्थियों को पोषाहार वाटिका प्रबंधन के बारे में तकनीक जानकारी को विस्तार से बताई अंत में दीपा इंदौरिया ने जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।