पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । आबादी क्षेत्र में घुसे एक पैंथर ने वनकर्मी पर हमला कर दिया जिससे वनपाल सहित एक अन्य घायल हो गया । जोराजी का खेड़ा में उदा गुर्जर के मकान में बने एक खाखले के भसारे में पैंथर देखा गया जो घर के बीचो-बीच होकर निकला। पास ही महिला रोटी बना रही थी। शाम को पैंथर के कल्याण पुत्र कजोड़मल मीणा के बाड़े में मक्का की कड़प के बीचो-बीच छुपे होने की जानकारी मिली।
इस पर वनपाल मूलचंद शर्मा, वनसंरक्षक हरदीप मीणा, वनरक्षक मनोज मीणा, अश्विनी कुमार, ग्रामीण लादू सिंह आदि मौके पर पहुंचे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके। उसे ढूंढते समय पैंथर ने अचानक वनपाल मूलचंद शर्मा पर हमला कर दिया । मौके पर मौजूद लादू सिंह ने हिम्मत नहीं हारी दो साथियों के साथ लाठियां मारी तो पैंथर वनपाल को छोड़ जंगल की ओर भाग छूटा। हमले में वनपाल का पैर जख्मी हो गया। घायल वनपाल मूलचंद शर्मा का काछोला चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार करने के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, वही लादू सिंह राजपूत बागूदार भी मामूली जख्मी हुआ । इधर, वन विभाग एवं पुलिस प्रशासन की टीम पैंथर की तलाशी में जुटी हुई है, लेकिन अब तक पैंथर पकड़ में नहीं आया । वनपाल मूलचंद शर्मा ने बताया कि पैंथर की सूचना पर वे पूरी टीम के साथ जोराजी का खेड़ा पहुंचे थे। कल्याण मीणा के बाड़े में मक्का की कड़प में छुपे पैंथर की पहचान के उद्देश्य से तलाश कर रहे थे कि अचानक पैंथर ने उस पर हमला बोल दिया। पैंथर ने उनका पैर पकड़ लिया। मौत को नजदीक देखकर हिम्मत नहीं हारी तथा पैंथर का मुकाबला किया। इसी दौरान सह मित्र लादू सिंह सहित अन्य लोगों ने पैंथर के लाठियां भांजी तथा पकड़ने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। गांव के बीचो-बीच आबादी क्षेत्र में बाड़े में पैंथर की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन वे लाठियों, जाल, तिरपाल, और खांट के सहारे ही पैंथर को पकड़ने का प्रयास किया। टीम के पास संसाधनों का अभाव दिखाई दिया। वन विभाग की टीम के पास ट्रेंकुलाइज बंदूक एवं जाल व पिंजरा नहीं होने के कारण वन विभाग के कर्मचारी बेबस दिखाई दिए। वनपाल शर्मा ने बताया कि पहचान के बाद कोटा से टीम बुलाई जानी थी लेकिन इससे पहले ही पैंथर ने उन पर हमला कर दिया और जंगल में भाग छुटा।