Bachelor of Education & Now B.Ed course is of 1 year
दस वर्षों के लंबे अंतराल के बाद, बीएड (Bachelor of Education) कोर्स में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने एक वर्षीय बीएड कोर्स को मंजूरी दे दी है। यह बदलाव 4 वर्षीय स्नातक (BA, B.Sc., B.Com.) करने वाले छात्रों के लिए है। शिक्षा क्षेत्र में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि यह कोर्स की अवधि को छात्रों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि के अनुसार अनुकूल बनाता है।
शिक्षा क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर यह है कि 10 साल बाद फिर से 1 साल से बी.एड कोर्स शुरू होने जा रहा है। यह खबर उन छात्रों के लिए राहत लेकर आई है, जो पहले इस कोर्स के बंद होने से निराश थे। एनसीटीई ने नए स्नातकों के साथ इस कोर्स को फिर से शुरू करने की घोषणा की है।
छात्रों के लिए लाभदायक होगा यह कोर्स
यह कोर्स उन छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है, जो कम समय में शिक्षक बनने का सपना देखते हैं। इसके तहत छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे वे एक कुशल शिक्षक के रूप में उभर सकें।
शिक्षा क्षेत्र में बदलाव का प्रतीक
1 वर्षीय बी.एड कोर्स की वापसी केवल छात्रों के लिए ही नहीं, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव को भी दर्शाती है। इससे न केवल शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा, बल्कि छात्रों को अपने करियर में तेजी से प्रगति करने का अवसर भी मिलेगा।
1 वर्षीय बी.एड कोर्स के पीछे उद्देश्य
एनसीटीई का उद्देश्य शिक्षण क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ावा देना और छात्रों को कम समय में शिक्षक बनने का अवसर प्रदान करना है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए फायदेमंद होगा जो शिक्षण को अपना करियर बनाना चाहते हैं और जल्द ही नौकरी पाना चाहते हैं।
1 वर्षीय बी.एड कोर्स कौन कर सकता है?
यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जिन्होंने….
- चार वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स किया है।
- पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है।
ऐसे छात्र इस कोर्स के लिए पात्र माने जाएंगे। यह नई पहल छात्रों को एक विशेष और त्वरित मार्ग प्रदान करेगी।
एनसीटीई चेयरमैन का बयान
एनसीटीई चेयरमैन प्रो. पंकज अरोड़ा ने बताया कि, “गवर्निंग बॉडी के नए नियम 2025 में लागू किए जाएंगे, जो 2014 के नियमों की जगह लेंगे। इन नए नियमों के तहत 1 वर्षीय बी.एड कोर्स को फिर से शुरू किया जा रहा है।”
4 वर्षीय आईटीईपी कोर्स का महत्व
एनसीटीई चेयरमैन ने यह भी बताया कि भारत में 64 संस्थानों में 4 वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) चलाया जा रहा है। यह कोर्स छात्रों को अपनी पसंद के विषयों में विशेषज्ञता हासिल करने का अवसर देता है। अब आईटीईपी में योग शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत और प्रदर्शन कला जैसी विशेष धाराएँ जोड़ी जा रही हैं।
आईटीईपी: दोहरी डिग्री का अवसर
आईटीईपी 4 वर्षीय दोहरी डिग्री कार्यक्रम है, जिसमें छात्र बीए-बीएड, बीकॉम-बीएड और बीएससी-बीएड कोर्स कर सकते हैं। यह कार्यक्रम छात्रों को एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है, जिसमें वे अपनी विशेषज्ञता के साथ-साथ शिक्षण कौशल भी विकसित कर सकते हैं।
एनसीटीई के नए नियम और बदलाव:
एनसीटीई ने 1 वर्षीय बी.एड कोर्स को फिर से शुरू करने के लिए कुछ खास नियम और दिशा-निर्देश बनाए हैं। इन नियमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यह कोर्स गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करे और छात्रों को शिक्षण क्षेत्र में बेहतर करियर विकल्प प्रदान करे।
छात्रों के लिए फायदेमंद होगा यह कोर्स
यह कोर्स उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो कम समय में शिक्षक बनने का सपना देखते हैं। इसके तहत छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे वे एक कुशल शिक्षक के रूप में उभर सकते हैं।