नई दिल्ली. भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में हॉन्ग कॉन्ग पर 3-0 की जीत के साथ बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप (बीएटीसी) में अपना ऐतिहासिक पहला पदक पक्का किया। शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन को हराकर ग्रुप चरण में शीर्ष पर रहने के बाद भारत ने दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू, अस्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा तथा तनीषा क्रास्टो की युगल जोड़ी की जीत के दम पर हांगकांग को हराया।
भारतीय महिला टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में आज हांगकांग को 3-0 से हरा दिया। भारतीय महिला टीम चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहली बार पहुंची है।
अब भारत का मुकाबला जापान से होगा। शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन को हराकर ग्रुप स्टेज में सबसे ऊपर रहने के बाद भारत ने पीवी सिंधु, अस्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा तथा तनीषा क्रास्टो की डबल्स जोड़ी की जीत के दम पर हॉन्गकॉन्ग को हराया।पीवी सिंधु ने चोट के कारण चार महीने बाद शानदार वापसी की है। सिंधु ने लो सिन यान हैप्पी के खिलाफ मजबूत शुरुआत की। उन्होंने हैप्पी को 21-7, 16-21, 21-12 से हराकर भारत को बढ़त दिला दी।सिंधू ने दुनिया की 77 वें नंबर की लो सिन के खिलाफ पहले गेम में अच्छी शुरुआत करते 11-1 की बढ़त बना ली लेकिन इसके बाद विपक्षी खिलाड़ी ने चुनौती पेश की और सिंधू ने छह अंक गंवाए लेकिन दूसरे गेम में कड़ा मुकाबला हुआ। एक समय स्कोर 10-10 था। सिंधू को लय बनाए रखने में दिक्कत हो रही थी। लो सिन ने 15-10 की बढ़त बना ली और गेम अपने कब्जे में कर मैच को निर्णायक गेम की ओर मोड़ दिया। तीसरे गेम में सिंधू ने 5-1 की बढ़त बनाई। लंबी रैलियां देखने को मिलीं। सिंधू ने अपने शॉटों की विविधता से 17-8 की बढ़त बनाई। सिंधू के पास नौ मैच प्वाइंट थे और सिन के खिलाफ दूसरे पर उन्होंने मैच जीत लिया।
कोच ने की टीम की तारीफ
भारतीय कोच विमल कुमार ने कहा, ”यह महिला टीम के लिए एक सहज परिणाम है। मैं उनके प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। ड्रिफ्ट के कारण एक छोर से मुश्किल होने के कारण सिंधू को थोड़ा जूझना पड़ा लेकिन यह एक अच्छा परिणाम है, हम सेमीफाइनल में हैं।”