सांवर मल शर्मा
बदनोर मुख्यालय पर गुरुवार को चारभुजा मंदिर परिसर पर दिन में 2 बजे सर्व हिंदू समाज द्वारा बैठक का आयोजन किया गया जिसमें बांग्लादेश में हिंदू उत्पीड़न एवं नरसंहार के विरोध में सभी ने अपना अपना मत रखा एवं हिंदुओं की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाने की मांग रखी इसके बाद रैली रूप में बांग्लादेश मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए मेन बाजार में होते हुए तहसील कार्यालय पर पहुंचे जहां पर तहसीलदार को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा एवं ज्ञापन में बताया कि बांग्लादेश प्रशासन द्वारा वाहन के इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी वहां अल्पसंख्यक समुदाय पर विशेष रूप से हिंदू समुदाय पर अनवरत व मर्यादित अत्याचार वहां के प्रशासन की कार्यकर्ता पूर्ण अलोकतांत्रिक घटना है, वहां के प्रशासन की इस कार्ट पूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना का पुरजोर विरोध करता है, यह घटना मानवीय है और हिंदू समाज के मानवाधिकारों का हनन भी है बांग्लादेश में जो घटनाक्रम चल रहा है उसमें वन पंथी इस्लामिक तत्वों के साथ मिलकर वहां के हिंदू समाज का दमन कर रहे हैं दुर्भाग्य की बात है कि पूरे विश्व समुदाय ने वैश्विक संगठनों ने इस घटनाक्रम पर जितनी चिंता व्यक्त करनी चाहिए थी जैसी रोक लगनी चाहिए थी वैसी रोक नहीं लगाई गई है मैं अपेक्षा करता हूं कि वहां पर और एक घटनाक्रम को ध्यान से देखे उसकी गंभीरता को समझें और बांग्लादेश के प्रशासन पर दबाव बनाएं कि हिंदुओं के मानवाधिकारों की रक्षा की जाए सुरक्षा की जाए ।