राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मंशा पंचायत में हुआ विदाई व सम्मान समारोह, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
भीलवाड़ा । राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मंशा पंचायत कोटड़ी में आयोजित विदाई एवं सम्मान समारोह में पूर्व पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कौशल श्रृंगी ने कहा कि बालक के सर्वांगीण विकास में अनुशासन का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी यदि अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निष्ठापूर्वक पालन करें, तो शिक्षा का उद्देश्य सफल होता है।
श्रृंगी ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। जिस छात्र में अनुशासन और आत्मनियंत्रण होता है, वह जीवन में किसी भी कठिनाई का सामना सहजता से कर लेता है।” उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को अपने कार्य के प्रति समर्पित रहना चाहिए। मेहनत और लगन के बल पर ही व्यक्ति जीवन में ऊँचाइयाँ छू सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता कृ जितनी मेहनत की जाएगी, उतनी ही सफलता मिलेगी।
कार्यक्रम में रीठ पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी निशा श्रोत्रिय ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित विभिन्न शिक्षा योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी निष्ठा और विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की योजनाएँ तभी प्रभावी होंगी जब शिक्षक और कर्मचारी मिलकर उन्हें धरातल पर साकार करेंगे।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि हरक चंद पाराशर, देवेंद्र शर्मा, यशोदा देवी और आरूषी शर्मा उपस्थित रहे। विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य बलराम चैधरी ने विद्यालय की रूपरेखा, उपलब्धियों और शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर संस्था प्रधान सुदेश वर्मा, ज्ञानचंद बेरवा, राजाराम पाराशर, कालूलाल गुर्जर, भागीरथ मल मीणा, गिर्राज मीणा, प्रभुलाल जाट, लादूलाल जाट, तबस्सुम बानो मेवाती, संगीता पाराशर, मंजू व्यास, मनोहर राज मीणा तथा यूनुस परवेज मेवाती ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। सभी ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अनुशासन, परिश्रम और सकारात्मक सोच को जीवन का आधार बताया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की स्थानीय बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। लोकनृत्य, देशभक्ति गीत और नाट्य मंचन ने समारोह को भावनात्मक और मनोरंजक बना दिया। उपस्थित अतिथियों ने बालिकाओं की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया।
समारोह में सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षकों और विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट योगदान और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य कौशल श्रृंगी, निशा श्रोत्रिय, राजेंद्र वैष्णव, नीलम वैष्णव, महावीर सेन, बालूलाल गुर्जर सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में पंचायत प्रारंभिक शिक्षा क्षेत्र के सभी संस्था प्रधान, अधीनस्थ कर्मचारी, बालक-बालिकाएं तथा स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। विद्यालय प्रांगण उत्साह, भावनाओं और संस्कारों से ओतप्रोत रहा। कार्यक्रम का संचालन सुमन वैष्णव ने संयमित और प्रभावी रूप से किया। उन्होंने सभी अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जन नहीं, बल्कि जीवन में नैतिकता, अनुशासन और सेवा भाव को आत्मसात करना है।
समारोह के अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सभी उपस्थित लोगों ने इस आयोजन को विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बताया और विद्यालय परिवार की सराहना की।


