मुकेश खटीक
मंगरोप।बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ बढ़ते अत्याचार एवं हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को जबरन जेल में बंद करके उन्हें यातनाएं देने के विरोध में शुक्रवार को हमीरगढ़ नगरपालिका के बाजार आधे दिन तक बंद रहे सकल हिंदू समाज ने आक्रोश रैली निकालकर विरोध जताया।इसमें साधु संत और सर्व समाज के लोग मौजूद रहे एवं इस दौरान पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये।सदर बाजार से जन आक्रोश रैली की शुरुआत की गई जिसमें बड़ी संख्या में विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग शामिल हुए।रैली काशी विश्वनाथ मन्दिर से आरंभ होकर नृसिंह मार्केट,सब्जी मंडी,होलिका चौक होते हुए उपखंड कार्यालय पहुंची।जहाँ रैली में शामिल लोगों ने जोरदार प्रदर्शन कर सर्व हिन्दू समाज संगठनों के प्रतिनिधिमंडल के लोगो ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम उपखंड अधिकारी नेहा छिपा व तहसीलदार भंवर लाल सेन को ज्ञापन सौंपा गया।जिसमे सकल हिन्दू समाज ने एक आवाज में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा करने व संत चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की भी मांग करते हुए चेतावनी दी की बांग्लादेश ही नहीं बल्कि अन्य किसी भी देश में हिंदू सनातनियों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।व्यापारियों ने सर्व हिंदू समाज द्वारा आहूत रैली को पूर्ण समर्थन देते हुए अपने प्रतिष्ठान सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद रखे।बड़ी संख्या में क्षेत्र के विभिन्न हिंदू संगठन के पदाधिकारी,कार्यकर्ता एवं विश्व हिंदू परिषद,शिवसेना,बजरंगदल,आरएसएस आक्रोश रैली में शामिल होकर बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रही बर्बरता के खिलाफ हिंदू समाज की एकजुटता को प्रदर्शित करते हुए संदेश दिया है कि दुनियां के किसी भी छोर पर हिंदू समाज पर हो रहे अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे।ज्ञापन देकर प्रधानमंत्री से अपील की गई कि भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाकर बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे।इस दौरान विक्रम सिंह गोगावत,नरेंद्र छिपा,हरीश पारीक,रामेश्वर सुवालका,बाबू मंडोवरा,शिव प्रसाद छिपा,भीमा छिपा,मुकेश सुवालका,कैलाश छिपा,मनोज पालीवाल,कृष्णकांत छिपा,श्यामलाल छिपा,विष्णु विजयवर्गी,एडवोकेट राव नारायण सिंह,एडवोकेट श्रीनाथ पाराशर,पहलवान किशन सिंह,ओम व्यास,मनोज चौरसिया,सचिन छिपा,मुकेश गोलछा,सुरेश खटीक,हरीश सालवी आदि सहित बड़ी संख्या में विभिन्न हिन्दू संगठनों के लोग मौजूद रहे।