बीकानेर के नयाशहर थाना क्षेत्र के हर्षो के चौक में एसबीआई के एटीएम में बड़ी लापरवाही आई सामने, खुले पड़े बिजली के तारों की चपेट में आया आचार्य चौक निवासी,आसपास के लोगो की तत्परता से बची जान उंगलियां में आए जख्म
घटना शुक्रवार शाम की है ।जीतू आचार्य ने बताया कि उसके पिता जी दाऊलाल आचार्य जो वनविभाग के रिटायर्ड कर्मचारी है।वो हर्षो के चौक में बने एसबीआई के एटीएम से पैसे निकालने गए थे।
एटीएम में घुसते हुए दीवार पर हाथ रखकर सहारा ले रहे थे तभी हाथ मीटर के पास खुले पड़े तारों से टकरा गया और उनको जोरदार झटके लगे और कांपने और चिल्लाने लगे। हाथ से खून बहने लगा। उनके चिल्लाने की आवाज़ सुनकर बाहर ही खड़े लोग दौड़ कर आये और जैसे-तैसे कर छुड़ाया और प्राथमिक उपचार किया।
फिर वहां से ट्रोमा सेंटर ले गए और इलाज करवाया करंट से उनके हाथों की उंगलियों में कट लगा है। वही दाऊलाल आचार्य का कहना है कि बैंक अधिकारियो की ये लापवाही किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है। आज मुझे तो आसपास के लोगो ने बचा लिया भगवान ना करे ऐसा हादसा और किसी के साथ हो।
उंगलियों में आए चार टांके
करंट लगने से बुजुर्ग की उंगलियां झुलस गईं थीं और खून बहने लगा था. ऐसे में उन्हें तुरंत पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेन्टर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी उंगलियों का इलाज करते हुए 4 टांके लगाए. अब उनकी हालत बेहतर बताई जा रही है. वहीं, इस हादसे के बाद संबंधित एटीएम के अंदर जाने से लोगों को रोकते हुए अस्थायी रूप से उसे बंद कर दिया गया.
बिजली के खुले तारों से टच हुईं उंगलियां
बुजुर्ग ने बताया, ‘एटीएम से पैसे निकालते वक्त मैंने खड़े रहने के लिए दीवार को सहारा लिया था. इसी दौरान बिजली के खुले तार से मेरी उंगलियां टच हो गईं, जिसके बाद जोरदार करंट लगा. दर्द से मैं जोर-जोर से चिल्लाने लगा. मेरी आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद के लिए आए और उन्होंने बिजली के तारों को दूर करके मुझे बचाया और वहां से बाहर निकाला.
लोगों ने जताई नाराजगी
इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में रोष व्याप्त हो गया. उन्होंने एटीएम कक्ष में बिजली के खुले तारों को लेकर बैंक प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. लोगों का कहना है कि यदि समय पर सहायता नहीं मिलती, तो यह हादसा और भी गम्भीर रूप ले सकता था. लोगों ने मांग की है कि बैंक और प्रशासन को ऐसे स्थानों की समय-समय पर सुरक्षा जांच करनी चाहिए ताकि इस तरह के हादसे दोबारा ना घटित हो.
मुझे इस हादसे ने अंदर तक हिला दिया है। वही मोहल्ले वालों का कहना है कि बैंक वालो की बड़ी लापरवाही है। यहां हर दिन काफी लोग आते है अगर समय रहते बैंक अधिकारी नही चेते तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।