शाहपुरा । मूलचन्द पेसवानी
श्री प्रताप सिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय शाहपुरा में भारत विकास परिषद एवं महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को “कृत्रिम बुद्धिमत्ता वरदान या अभिशाप” विषय पर वाद विवाद तथा आशुभाषण प्रतियोगिता का शानदार आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. पुष्कर राज मीणा ने की।
माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व विद्या की देवी की वंदना के साथ प्रारम्भ हुए आयोजन में भारत विकास परिषद के संस्कार संयोजक शिक्षाविद जयदेव जोशी व शाखा अध्यक्ष शिक्षाविद पवन कुमार बांगड़ बतौर अतिथि उपस्थित रहे। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. मीणा ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के वर्तमान और भविष्यगत प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को तकनीक का सकारात्मक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान जयदेव जोशी ने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र प्रांतीय स्तर पर महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे, जबकि पवन कुमार बांगड़ ने विद्यार्थियों को स्वदेशी तकनीक अपनाने का संदेश दिया।
परिणाम घोषित-
वाद विवाद प्रतियोगिता में
पक्ष- सुनील शर्मा प्रथम, हरिओम प्रजापत द्वितीय, डाली कुम्हार तृतीय।
विपक्ष- दीक्षा टेलर प्रथम, नीलाक्षी द्वितीय, पायल राजोरा तृतीय।
आशु भाषण प्रतियोगिता में-
नेहा सुखवाल प्रथम, दीक्षा टेलर द्वितीय, हरिओम प्रजापत तृतीय रहे।
सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। मूल्यांकन सहायक आचार्य दिग्विजय सिंह, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. नीरज शर्मा व विधि जैन ने किया। मंच संचालन सह आचार्य मूलचंद खटीक ने ओजपूर्ण शैली में किया और विद्यार्थियों को व्यक्तित्व विकास के लिए ऐसी प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लेने की प्रेरणा दी।
प्रो. दिग्विजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी एआई के सकारात्मक उपयोग पर विशेष बल दिया गया है। इस अवसर पर एनएसएस की द्वितीय इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. मुकेश मीणा सहित महाविद्यालय के संकाय सदस्य, नसिम्मुद्दीन, जुबैदा बानो व सूरज माली मौजूद रहे।
विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ सहभागिता निभाई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के साथ हुआ।


