शाहपुरा । कुँ. प्रतापसिंह बारहठ सेवा संस्थान शाखा भीलवाड़ा के तत्वावधान में प्रतापसिंह बारहठ रोड़(सांगानेर रोड़) स्थित त्रिमूर्ति सर्किल पर महान क्रांतिकारी केसर सिंह बारहठ,जोरावर सिंह बारहठ और प्रताप सिंह बारहठ की प्रतिमाओं पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।संस्थान प्रतिवर्ष इस दिन को बारहठ शौर्य दिवस के रूप में मनाता है।23 दिसंबर, 1912 को दिल्ली में लॉर्ड होर्डिंग्स बम कांड हुआ था।बम कांड में मुख्य भूमिका जोरावर सिंह बारहठ और उनके भतीजे प्रताप सिंह बारहठ की थी।कार्यक्रम में नगर निगम की पार्षद मधु शर्मा,संस्थान के पदाधिकारी,श्यामलाल ओझा,सत्यनारायण शर्मा,सत्यनारायण श्रोत्रिय,ओमप्रकाश पारीक, मदनलाल छीपा,प्रभाकर चतुर्वेदी,डाॅ.राजेन्द्र छीपा,राजकुमार, गोपाल,राकेश,बंशीलाल, दीनदयाल जोशी आदि उपस्थित थे।डॉक्टर कैलाश पारीक, अध्यक्ष संस्थान ने बारहठ बंधुओं के जीवन-चरित्र एवं उनके क्रातिकारी कार्यों व बलिदानों का परिचय दिया।


