शाहपुरा,@(किशन वैष्णव )श्री प्रताप सिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय शाहपुरा में प्राचार्य डॉ:पुष्कर राज मीणा की अध्यक्षता में महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई गई। डॉ. मीणा ने वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया महर्षि वाल्मीकि की जयंती प्रतिवर्ष आश्विन पूर्णिमा को मनाई जाती है ये न केवल रामायण के रचयिता हैं बल्कि संस्कृत भाषा के आदिकवि कहे जाते हैं। इनका जन्म महर्षि कश्यप और अदिति के नौवें पुत्र वरुण और उनकी पत्नी चर्षणी के घर हुआ था। बचपन में इनका नाम रत्नाकर था और ये अपने परिवार का लालन पालन लूटपाट करके करते थे और बाद में सप्तऋषियों के प्रभाव से एक रत्नाकर डाकू से महर्षि वाल्मीकि बने। प्रो. रामावतार मीना प्रो.मूलचंद खटीक और अनिल कुमार श्रोत्रिय ने भी विचार प्रकट किए। इस अवसर पर संकाय सदस्य डॉ.ऋचा अंगिरा, डॉ रंजीत जगरिया, डॉ.हंसराज सोनी, प्रो.शंकर लाल चौधरी , प्रो.तोरन सिंह, मुकेश कुमार मीणा और प्रो.नेहा जैन उपस्थित रहे।