मुकेश खटीक
मंगरोप।बरसात शुरू होने के साथ हीं प्रोसेस हाउस अपनी कारस्तानिया दिखाने लग गए है बीती रात दो प्रोसेस हाउस मालिकों नें बरसाती पानी के साथ फैक्ट्री के पीछे स्थित नालों में केमिकल युक्त दूषित पानी छोड़ दिया है।दूषित पानी से क्षेत्र में जल स्तर प्रभावित हों रहा है वहीं लोगों में खुजली एवं अन्य रोग भी पनपने लगी है आसपास के अस्पतालों में खुजली की बीमारी की शिकायतों को लेकर कई मामले सामने आ रहे है।जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व कुछ गुवारडी स्थित धर्म तलाई में कुछ फैक्ट्री मालिकों नें रात्रि में गुपचुप तरीके से रेलवे लाइन के पास से गुजर रहे नाले में केमिकल युक्त पानी छोड़ दिया था इसे लेकर स्थानीय क्षेत्रवासियों एवं बड़ी संख्या में महिलाओं नें पहुंचकर दूषित पानी में खड़े होकर प्रदर्शन किया था।सुचना मिलने पर हमीरगढ़ एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार विपिन चौधरी नें मौके पर पहुंचकर प्रदुषण नियंत्रण मण्डल की टीम को उक्त स्थल पर बुलवाकर दूषित पानी की जांच करवाई थी उस पानी में 6000 टीडीएस प्रदूषित मात्रा पाई गई थी।उस मौके पर पहुंची प्रदुषण नियंत्रण मण्डल की टीम एवं प्रशासनिक अधिकारियों नें दोषी प्रोसेस हाउस पर कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था लेकिन दो सप्ताह भी नहीं बीते और रविवार देर रात पुनः प्रोसेस हाउस नें केमिकल युक्त दूषित पानी नालों के जरिये नदी में प्रवाहित कर दिया।विधायक प्रतिनिधी अमर सिंह पुरावत नें बताया की गत रात्रि करीब 12 बजे किसी व्यक्ति से प्रोसेस हाउस द्वारा नाले में दूषित पानी छोड़ने की सुचना मिली थी मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्टा हों गए पहुंचने पर पता चला की सोना प्रोसेस व रंजन पोलिस्टर फैक्ट्री के पीछे नाले में बड़ी मात्रा में दूषित पानी बहकर नदी की तरफ जा रहा था।मैंने रात्रि 1 बजे राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी विनय कट्टा को इस मामले की फोन पर सुचना दी उनके आदेशानुसार जीतेन्द्र मीणा मय टीम मौके पर पहुंचे उन्होंने दूषित पानी की जांच की पानी में 4700 टीडीएस की दूषित मात्रा पाई गई।टीम नें मौके की फोटो व वीडियो ग्राफ़ी करवाई।ग्रामीणों नें उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है ग्रामीणों नें चेतावनी दी है 10 दिन में उक्त मामले पर संज्ञान नहीं लिया गया तों ग्रामीण सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करेंगे।