basic positions of cleaning workers
स्वायत शासन विभाग ने जारी किए सफाई कर्मियों को मूल पदों पर लगाने के आदेश
बून्दी। बून्दी नगर परिषद कार्यलय के साथ अन्य विभागों में पिछले कुछ वर्षों से बाबू बनकर कार्य कर रहे सफाई कर्मियों को अब अपने मूल कार्य पर लगाने के राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिए है। आदेश के बाद अब ये सभी कर्मचारी अन्य सफाई कर्मियों के साथ हाथो में झाड़ू लेकर शहर की सड़कों,गलियों और नाला, नालियों की सफाई करेंगे। नगर परिषद कार्यलय से मिली सूचना के अनुसार वर्तमान में बून्दी नगर परिषद में ऐसे सफाई कर्मी है जो अपने मूल कार्य को ना कर अन्य विभागों और नगर परिषद की शाखाओ में काम कर रहे है। जबकि इनकी भर्ती सफाई कर्मियों के पद पर हुई थी। स्वायत्त शासन विभाग के निर्देशक व विशिष्ट सचिव ह्रदेश कुमार द्वारा 9 जनवरी को निकाले गए आदेश के बाद से ऐसे कई सफाई कर्मियों में खलबली मची हुई है जो या तो नेताओ के रहमो करम या अधिकारियों की जी हुजीरी के चलते अपने मूल कार्य से दूर रहकर बाबू, जमादार बने काम कर रहे है। नगर परिषद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन सरकार के समय बून्दी नगर परिषद में वर्ष 2018 में सफाई कर्मियों के पदों पर हुई भर्ती में वाल्मीकि समाज के अलावा मुकेश कुमार भील, कालू लाल मीणा, महावीर प्रसाद मीणा, बुद्विप्रकाश मीणा, ईशान रमजानी, नरोत्तम कुमार मीणा, भोजराज मीणा, युसुफ खान, विनोद कुमार आचार्य, सत्यनारायण गुर्जर, बिरधी लाल गुर्जर, राधारानी, रेखा सुमन, गजेन्द्र कुमार और सुरेश कुमार मीणा का चयन हुआ था। लेकिन अधिकांश कर्मचारियों ने अभी तक अपने मूल पद पर रहकर सफाई का कार्य ही नही किया। यह अलग बात है कि पिछले दिनों इन कर्मचारियों को अपने मूल कार्य पर लगाने को लेकर सफाई मजदूर कांग्रेस से जुड़े नेताओ और अन्य सफाई कर्मियों ने धरना देकर प्रदर्शन किया था। उसके बाद तत्कालीन नगर परिषद आयुक्त ने इन कर्मचारियों को सफाई कार्य में लगाने का आदेश जारी किया था। उस समय कुछ कर्मचारी तो सफाई कार्य मे लगा दिए गए लेकिन जो अधिकारियों की जी हुजीरी मे लगे थे उन्हें सफाई कार्य से दूर कर दिया गया। अखिल भरतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुनील तम्बोली ने बताया कि वर्ष 2018 में 59 सफाई कर्मियों के पदों पर वेकेंसी निकली थी। जिसमे वाल्मीक समाज के अलावा अन्य समाज के 15 लोगो का भी सफाई कर्मियों के पदों पर भर्ती हुई थी। उन 15 सफाई कर्मियों में से केवल राधारानी नामक सफाई कर्मी ही अपने मूल सफाई के कार्य मे लगी है। जबकि अन्य अलग अलग विभागों में अन्य कार्यो में सेवा दे रहे है। जिन्हें अपने मूल कार्य पर लगाया जाना चाहिए। ताकि सफाई कर्मियों की कमी को पूरा किया जा सके।
जिले भर की नगर पालिकाओ में भी यही हालात
बून्दी नगर परिषद के अलावा नैनवा, लाखेरी, इंदरगढ़, केशवरायपाटन नगर पालिकाओ में भी ऐसे कई सफाई कर्मी लगे है जो अपने मूल पद के कार्य के अलावा अन्य शाखों में कार्य कर रहे है। सरकार के आदेश के बाद अब सभी सफाई कर्मियों को उनके मूल पदों पर लगाना होगा।जो भी सफाई कर्मी द्वारा सफाई कार्य सम्पादित नही करने की दिशा में कार्मिक के विरुद्ध अनुशात्मक कार्यवाही करते हुए जनवरी माह से वेतन भत्तो का भुगतान नही किया जाने के निर्देश भी दिए गए है।