अनिल कुमार
स्मार्ट हलचल|ब्यावर के बिलकुल समीप लगभग 2 किलोमीटर से ही टोल रोड़ प्रारम्भ करने व टोल नाका बनाया जाना वैसे तो सुविधा की दृष्टि से आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए सुविधाजनक व स्वागत योग्य कदम है।
किन्तु शहर के बिलकुल समीप होने से श्री सिमेन्ट के बिलकुल बाहर ग्राम लसाड़िया में टोल नाका बनाये जाने से श्री सिमेन्ट में नित्य आवागमन व अपना कार्य करने वाले हजारों श्रमिकों, कार्मिकों, अधिकारियों व ठेकेदारों, काश्तकारों, किसानों अपने खेतों पर जाने पर जाने के लिए टोल टैक्स देना या रियायत अनुसार मासिक पास बनाना भी मुमकिन या उचित नहीं है।
उक्त सभी वर्गों के मानवीय व आर्थिक अधिकारों पर कुठाराघात है।
इस सन्दर्भ में 20 किलोमीटर की परिधि में जैसा कि NHAI व RSHA के निर्देश भी है कि स्थानीय नागरिकों, श्रमिकों, कर्मचारियों, अधिकारियों, काश्तकार, किसानों को इस टोल टैक्स से बिलकुल मुक्ति प्रदान की जाये !
जिससे उनके मानवीय अधिकारों पर कुठाराघात नहीं हो सके।
इंटक अध्यक्ष दिनेश शर्मा, एटक अध्यक्ष ईस्माईल काठात, भंवरलाल बुला, जगदीश सिंह रावत, सरपंच पप्पू काठात, श्रवण काठात, हुसैन काठात, सलीम काठात (झुझारों का बाड़िया), पदमसिंह, भोमसिंह, सरदारा काठात, सुभान सरपंच, मंगलसिंह सरपंच, नेकदीन सरपंच, जवानसिंह रावत, राजू सिंह रावत, नाथूसिंह पूर्व सरपंच, लालसिंह सरपंच, विजयसिंह चौहान, सलीम काठात लसाड़िया, रेहमान काठात, अशरफ काठात, देवकरण शर्मा, हमीद काठात, रज्जाक काठातआदि ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए उक्त दोनों प्राधिकरणों के अधिकारियों व जिलाधीश महोदय ब्यावर को पत्र लिखाकर उक्त प्रक्रिया चालू होने से पूर्व असमंजस की इस स्थिति से निजात दिलाये वरना जनता में व्याप्त रोष व जन आक्रोश को मध्यनजर रखते हुए जो भी आन्दोलनात्मक कार्यवाही जिसमें धरना, प्रदर्शन, रास्ता जाम आदि सब शामिल है कि समस्त जिम्मेदारी राजस्थान राज्य प्राधिकरण व शांति व्यवस्था भंग होने की समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।


