मुकेश खटीक
मंगरोप।महिलाओं को सशक्त बनाने एवं बालिकाओं को आगे बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भीलवाड़ा ने ‘वन व बालिका वर्ष 2025 सृजन की सुरक्षा योजना’ की शुरुआत की।योजना का शुभारंभ गुरुवार सुबह 8 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, ग्राम पंचायत मंगरोप में हुआ।मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश अभय जैन थे।अध्यक्षता जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधु ने की।ग्राम पंचायत मंगरोप की सरपंच कमली गुर्जर ने अतिथियों का स्वागत किया।साथ ही योजना के लिए मंगरोप के चयन पर आभार जताया।सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विशाल भार्गव ने बताया कि योजना के तहत बेटी के जन्म पर उसके नाम से 11 पौधे लगाए जाएंगे।इन पौधों की देखभाल ग्राम पंचायत और बालिका का परिवार करेगा।बालिका को ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा।इस कार्ड से उसे जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक सरकारी योजनाओं का प्राथमिकता से लाभ मिलेगा।कार्यक्रम में पहला ग्रीन कार्ड इसी माह जन्मी नंदिनी कुमारी बैरवा के माता-पिता को दिया गया।जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधु ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं बालिकाओं के लिए चल रही हैं।इनमें लाड़ो प्रोत्साहन और कन्यादान योजना प्रमुख हैं।इन योजनाओं में डीबीटी के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जाती है।जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव ने बच्चों से जुड़े यौन अपराधों, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों और उनसे जुड़े कानूनों की जानकारी दी। जिला एवं सेशन न्यायाधीश अभय जैन ने कहा कि बेटियों से परिवार और समाज में रौनक रहती है। उनके कारण समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।कार्यक्रम में दस्तक संस्था ने नुक्कड़ नाटक के जरिए बाल विवाह के दुष्परिणाम और बालिका शिक्षा के महत्व को बताया। साथ ही विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं की जानकारी दी।अंत में विद्यालय परिसर में नंदिनी कुमारी बैरवा के नाम से 11 पौधे लगाए गए।कार्यक्रम में शालिनी महर्षि न्यायाधीश एससीएसटी,नगेंद्र सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट,प्रतिभा देवठिया अतिरिक्त जिला कलक्टर, नेहा छीपा एसडीएम हमीरगढ़ मौजूद रहीं।साथ ही भगवान लाल गुर्जर,दिनेश सोमाणी, अशोक जैन, बलवंत सिंह पुरावत, भगत सिंह सुराणा जैसे सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। संचालन पूर्व राजकीय अधिवक्ता कुणाल औझा ने किया।