मंगरोप।स्वामी विवेकानंद युवा संस्थान के तत्वावधान में भगवान श्री बलराम रस्साकशी प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ मंगरोप के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में हर्षोल्लास एवं उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ।ग्रामीण खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रतियोगिता में मंगरोप पंचायत स्तर की कुल सात टीमों ने भाग लेकर अपनी ताकत,एकजुटता और खेल भावना का शानदार प्रदर्शन किया।प्रतियोगिता संयोजक रामपाल चौधरी ने बताया कि मुकाबले ड्रॉ प्रक्रिया के माध्यम से कराए गए,जिससे प्रतियोगिता पूरी तरह निष्पक्ष और रोमांचक बनी रही।सभी टीमों के बीच हुए मुकाबले दर्शकों के लिए बेहद रोचक रहे।फाइनल मुकाबला खटिक क्लब और जय लंकेश टीम के बीच खेला गया,जिसमें जय लंकेश टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए विजय प्राप्त की।विजेता जय लंकेश टीम अब मंगरोप का प्रतिनिधित्व करते हुए सुवाणा पंचायत समिति स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेगी।पूरी प्रतियोगिता के दौरान खेल मैदान महिला एवं पुरुष दर्शकों से खचाखच भरा रहा।बड़ी संख्या में उपस्थित पंचायतवासियों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और खेल का भरपूर आनंद लिया। ग्रामीणों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन गांवों में नियमित रूप से होते रहने चाहिए, जिससे ग्रामीण युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले और वे नशा व कुरीतियों से दूर रहकर खेलों की ओर प्रेरित हों।इस अवसर पर प्रतियोगिता संयोजक रामपाल चौधरी ने ग्रामवासियों को आश्वासन दिया कि भविष्य में भी हर वर्ष ऐसे खेल आयोजनों का आयोजन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक मजबूती प्रदान करते हैं, बल्कि अनुशासन, एकता और भाईचारे की भावना को भी मजबूत करते हैं।प्रतियोगिता का शुभारंभ भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, सूरज भड़ाना, मंडल अध्यक्ष कृष्ण मुरारी शर्मा, भगवान लाल गुर्जर, प्रदुमन सिंह, सम्पत सुथार, भंवर लाल कीर सहित अनेक जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में हुआ। आयोजन में निर्णायक की भूमिका मायाकांत शर्मा, प्रेमसुख सोलंकी, गोपाल विजयवर्गीय, शुभम माली, कालू जाट, रामेश्वर लाल खटिक, राघव सोमानी, सत्यनारायण पारीक, विकास शर्मा, बबलू कुमावत, राधेश्याम माली, दिनेश गाडरी, नितेश मेघवंशी, भेरू पुरबिया एवं भोला माली ने निभाई।इस सफल आयोजन ने न केवल ग्रामीण खेल संस्कृति को नई मजबूती दी, बल्कि युवाओं में उत्साह, ऊर्जा और प्रतिस्पर्धा की भावना का भी संचार किया।


