शाहपुरा – मूलचन्द पेसवानी
शाहपुरा नगर में भगवान परशुराम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का अंतिम दिन रविवार को भव्य शोभायात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। नगर पालिका, विप्र सेना एवं सर्व ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में आयोजित इस ऐतिहासिक आयोजन की शुरुआत महलों के चैक से हुई, जहां श्रद्धालुओं ने विधिवत कलश यात्रा का शुभारंभ किया। ढोल-नगाड़ों की गूंज और जय परशुराम के नारों से पूरा नगर गुंजायमान हो उठा।
शोभायात्रा में सर्व ब्राह्मण समाज की महिला एवं पुरुषों ने पारंपरिक परिधानों में भाग लिया। कलश लिए महिलाएं, परशुराम ध्वज थामे युवा और भक्ति संगीत की धुनों पर झूमते श्रद्धालु नगर की गलियों से गुजरते हुए धार्मिक वातावरण बना रहे थे। यात्रा का मार्ग महलों का चैक, सदर बाजार, त्रिमूर्ति चैहारा और गांधीपुरी होकर परशुराम सर्किल तक रहा। जगह-जगह समाजजनों और व्यापारियों ने पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।
शोभायात्रा के परशुराम सर्किल पहुंचने पर भगवान परशुराम की भव्य मूर्ति का लोकार्पण किया जाएगा। इस दौरान निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर स्वामी श्री श्यामशरण देवाचार्य महाराज के सानिध्य में विशेष पूजन-अभिषेक और पूर्णाहुति का आयोजन होगा। बीते तीन दिनों से चल रहे इस महोत्सव में धार्मिक अनुष्ठान, हवन, भजन संध्या और समाजिक कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी रही।
मूर्ति लोकार्पण समारोह के पश्चात नगर के कॉलेज ग्राउंड में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और आयोजन से जुड़े कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया जाएगा। इस अवसर पर शाहपुरा विधायक डॉ. लालाराम बैरवा, भीलवाड़ा सांसद तथा जिले के विभिन्न विधायक, संत-समाज एवं अनेक सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
नगर पालिका और विप्र सेना के पदाधिकारियों ने बताया कि भगवान परशुराम के स्मारक निर्माण और मूर्ति स्थापना का उद्देश्य समाज में एकता, धर्म, संस्कार और सेवा की भावना को सशक्त बनाना है। आयोजन स्थल को दीपों, रंगोली और पुष्प सजावट से अलंकृत किया गया है।
पूरे शहर में रविवार को उत्सव जैसा माहौल है। नगरवासी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने उमड़ रहे हैं। परशुराम जयकारों से गूंजता शाहपुरा आज ब्राह्मण समाज के गौरव दिवस के रूप में याद किया जा रहा है।


