भीलवाड़ा । श्री नीब करौरी बाबा जी के पावन स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को रामधाम चौराहा, भीलवाड़ा पर एक भव्य और ऐतिहासिक भंडारे का आयोजन संपन्न हुआ। यह आयोजन श्रद्धा, भक्ति और सेवा की त्रिवेणी का साक्षात रूप बना, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने सहभागिता की।
हर वर्ष की तरह इस बार भी कार्यक्रम कैंची धाम (नैनीताल) की तर्ज पर आयोजित हुआ, जिसने भीलवाड़ा की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को एक नई ऊंचाई प्रदान की।
सेवा, व्यवस्था और समर्पण की मिसाल बनी आयोजन समिति
भंडारे की संपूर्ण व्यवस्थाएं—जैसे सेवा, प्रसाद वितरण, दर्शन, साफ-सफाई, यातायात और सुरक्षा—अत्यंत व्यवस्थित व अनुशासित रही। इस पूरे आयोजन की कमान संभाली एक विशेष समिति ने, जिसमें शहर की कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने तन, मन से योगदान दिया।
प्रबन्धन समिति ने विशेष आभार व्यक्त किया
हेमेंद्र अधिकारी, गजेन्द्र सिंह राठौड़, विनील गुप्ता, दामोदर मूंदड़ा, हेमेंद्र सिंह राणावत, सुशील लढ़ा, गोविन्द अधिकारी, अभिमन्यु चौबे, प्रदीप नेगी, प्रीतम नेगी, सत्येन्द्र पारीक, अविनाश व्यास, विश्वबंधु सिंह राठौड़, महिपाल सिंह राठौड़, सूरज मोटवानी, रूबल सिंह राठौड़ सहित कई अन्य सेवाभावी कार्यकर्ताओं ने अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भक्ति, सेवा और संगठन का अद्वितीय संगम
यह आयोजन सिर्फ एक भंडारा नहीं रहा, बल्कि बाबा जी के जीवन दर्शन “सबका भला हो, सबका मंगल हो” को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का एक समर्पित प्रयास भी रहा। सत्संग, सेवा और श्रद्धा का यह संगम भीलवाड़ा के अध्यात्मिक इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया।