आरबीएम की नई बिल्डिंग में आईसीयू, ओटी, कैथ लैब, एमआरआई कक्ष में ओपन एवं ओपीडी व वार्डों में मिली गड़बड़ी
शशिकांत शर्मा
स्मार्ट हलचल।भरतपुर में आरबीएम की नई बिल्डिंग में आईसीयू, ओटी, कैथ लैब, एमआरआई कक्ष में ओपन एवं ओपीडी व वार्डों में मिली फिक्स विंडो, डीएम अमित यादव को निर्माणकार्य में मिली गड़बड़ी। प्राप्त जानकारी अनुसार भरतपुर जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव ने आरबीएम अस्पताल के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया, जिसमें कई कमियां मिली। कलेक्टर ने निर्माता फर्म व आरएसआरडीसी के अधिकारियों को वेंटीलेशन सहित विभिन्न कार्य कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा भवन में आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर, कैथ लैब, एमआरआई व सीटी रूम में सामान्य खिडकियां लगाई गई हैं, जबकि नियमानुसार बंद खिडकियां (फिक्स ग्लास विण्डो) लगाया जाना जरूरी है। ओपीडी के कुछ कक्षों में वेंटीलेशन की सुविधा नहीं है। सभी वार्डों व ओपीडी की खिड़की में मच्छरों से बचाव के लिए जाली लगाया जाना जरूरी है। सभी वार्डों में स्थाई खिड़की लगाई गई हैं, जो गलत हैं। गर्मी के मौसम में मरीजों की सुविधा के लिए कूलर विडो का प्रावधान किया जाना जरूरी है। साथ ही कूलर में पानी से भरने के लिए नल फिटिंग की जाए। कलेक्टर ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर आमजन द्वारा गुटखा से दीवारें गंदी कर दी जाती हैं, इसलिए ग्राउंड फ्लोर से 5वीं मंजिल तक सीढिय़ों, कॉमन वेटिंग एरिया में, बालकॉनी एवं कोरिडोर में 4 से 6 फीट ऊंचाई तक टाइल लगाई जाएं। उन्होंने ग्राउंड फ्लोर तक कार्य 15 दिन में और पहली व दूसरी मंजिल का 15 सितंबर तक पूरा करने और कमियों के सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तभी इस भवन का बेहतर उपयोग हो सकेगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में पानी भराव की समस्या को देखते हुए उपयुक्त ड्रेनेज सिस्टम आवश्यक है, जिसके लिए अस्पताल की बाउंड्री वॉल के अन्दर पुलिस चौकी से लेकर ब्लॉक बी, पुराने ट्रोमा, बीएससी नर्सिंग कॉलेज एवं छात्रावास, रेजीडेंट क्वाटर्स को जोड़ते हुए पानी का ड्रेनेज को नगर निगम के ड्रेनेज सिस्टम से जोड़ा जाए। इस मौके पर आरबीएम अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नगेन्द्र भदोरिया, अति. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह डागुर, नर्सिंग अधीक्षक अशोक काका, विष्णु लाल शर्मा आदि मौजूद रहे।