नीरज मीणा
स्मार्ट हलचल/मंडावर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के तत्वाधान में अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत गांव पाडला एवं नौरंगपुरा का बास तहसील मंडावर दौसा में कृषि आय में वृद्धि के लिए नए आयाम हेतु रबी फसलों के उन्नत बीजों का महत्व बताया तथा गेहूं, सरसो, चना एवं सब्जी के बीजों का वितरण का आयोजन किया गया कार्यक्रम का आयोजन डॉक्टर महेश चंद मीना, नोडल अधिकारी (अनुसूचित जनजाति) पूसा नई दिल्ली ने किया । इस योजना के उद्देश एवम किसानों के लिए कैसे लाभ दायक है बताया। इसके साथ साथ उन्होंने उन्नत बीजों का कृषि में महत्व को बताया। इस कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि यह आयोजन किसानों की आय एवम जीवन में बढ़ोतरी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम से किसानों को कृषि के विभिन्न पहलुओं में लाभ प्राप्त करने की प्रेरणा मिली और उनकी उत्पादकता में वृद्धि के लिए नए नए कार्य बताए।
डॉ मीणा ने किसानों को बीजों के उपचार एवं बुवाई के बारे में बताया।
इस अवसर पर किसान भाइयों को रबी फसलों एवं सब्जी के बीजों का वितरण किया। इस कार्यक्रम में बगल के गावों के किसानों ने भी भाग लिया।सभी किसानों ने पूसा संस्थान का धन्यवाद किया। इस योजना के तहत दूसरे कार्यक्रम भविष्य में आयोजित करने की भी आशा जताई । अनुसूचित जन जाति उपयोजना के नोडल अधिकारी, डॉ. महेश चंद मीना ने सभी किसानों को धन्यवाद देते हुए भविष्य में मदद करने का आश्वासन दिया।