बनेड़ा -परमेश्वर दमामी
बनेड़ा क्षैत्र के भटेडा ग्राम पंचायत के माताजी खेड़ा के ग्रामीणों को एक 80 साल के बुजुर्ग चुन्नी दास वैष्णव के निधन के बाद बारिश के बीच खुले में अंतिम संस्कार करना पड़ा। श्मशान में टीन शेड और बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। बारीश तेज हो जानें पर चलती बारिश में ग्रामीणों ने जेसीबी की मदद से अस्थाई टीनशैड बनाकर जैसे -तैसे करके दाह संस्कार किया। ग्रामीण चांदमल कुमावत के अनुसार, इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को कई बार लिखित में शिकायत दी जा चुकी है। लेकिन अब तक उनकी गुहार पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। खुले में अंतिम संस्कार करने की यह मजबूरी ग्रामीणों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है। बारिश के मौसम में स्थिति और भी विकट हो जाती है। कुमावत ने बताया कि माताजी का खेडा में 200 मकान हैं। पास में ही भटेडा में 500 मकान है ।कुल मिलाकर 700 परिवार यहां निवास करते हैं। दोनो गांवों में ग्रामीणों द्वारा चिन्हित श्मशान भूमि तो है, लेकिन न तो टीन शेड है और न ही बैठने की व्यवस्था है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कुछ वर्षों पूर्व भामाशाहों द्वारा टीन शेड लगाये गये थे। लेकिन दो वर्ष बाद ही आंधी-तूफान में वह उड़ गये । वहीं श्मशान घाट में कटिली झाड़ियां होंने व पास ही बरगद का पेड़ है जहां मधुमक्खी के छज्जे लगे हुए हैं जिसके कारण पूर्व में दाह संस्कार करने आये ग्रामीणों के साथ मधुमक्खियों ने हमला किया है आगे इसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटे इस लिए भटेडा वासी अन्य जगह पर दाह संस्कार करने लग गए और इन्हीं के कारण पूर्व में बने श्मशान घाटोका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है ।जिसकी वजह से ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है ।कितनी ही बार इस मुलभुत समस्या के लिए ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत को अवगत कराया मगर इसके बाद भी किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस समस्या से भटेडा ,माताजी का खेड़ा के सभी निवासी परेशान हैं और प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।
*वर्जन* – *विकास अधिकारी बनेड़ा धर्मपाल परसोया* ने बताया कि इस तरह की समस्या के सुचना हमें मिली है शीघ्र ही सम्बन्धित ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रशासक भटेडा से पुछताछ कर उक्त समस्या का शीघ्र समाधान करायेगे ।ग्राम प्रशासक घरटा झुमा देवी जाट का कहना की उक्त समस्या की सुचना ग्रामीणों से मिली है।मगर इसके समाधान के लिए ग्राम पंचायत के पास स्थायी श्मशान भुमि प्रशासन की ओर से आवंटित नहीं है जगह आवंटित होते ही प्रशासन द्वारा बजट पास कराकर स्थायी श्मशान घाट बनाने का पुरा प्रयास करुंगी जिसमें पेयजल , स्नान गृह , विश्रांति गृह की सुविधा उपलब्ध करवाने का पुरा प्रयास करेंगे ।