पवन बावरी
भीलवाड़ा। शहर के सुभाष नगर कॉलोनी स्थित राजपूत कॉलोनी में पानी की समस्या लंबे समय से बनी हुई हैं। यहां के निवासी पानी की कीलत से परेशान हैं। दो महीने से लगातार पानी नहीं आने से स्थानिय हेंडपंप से पानी भरने को मजबूर हैं। जलदाय विभाग के अधिकारी इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे। पानी नहीं मिलने के कारण महिलाएं दूर दराज से पानी लाने को मजबूर हैं। जिससे महिलाओं को कासी परेशानियों को सामना करना पड़ता हैं। समस्याएं केवल पानी की नहीं कॉलोनी में सड़कें टूटी हुई जगह जगह गड्डे होने के कारण यहां के वासीन्दों में जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति आक्रोशित नजर आए। नगर निगम नेता प्रतिपक्ष धमेंद्र पारिक ने मौके पर जाकर लोगों की समस्याएं सुनी नालियों और सड़कों को ठीक कराने का आश्वासन दिया। धमेंद्र पारिक ने कहा कि नगर निगम, नगर विकास न्यास, जलदाय विभाग के संबंधित अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद कोई सुद नहीं ली जा रही जिसका खामयाजा जनता का उठाना पड़ रहा हैं। यह समस्याएं लंबे समय से बनी हुई हैं।
टेंकरों से पानी मंगवाने को मजबूर कॉलोनी के वासिंद
सुभाष नगर के राजपूत कॉलोनी की महिलाओं का कहना है कि हम सब एक साधारण परिवारो से हैं। अधिकारियों की अंदेखी के कारण हमे प्रतिदिन पानी के टेंकर मंगवाने को मजबूर है खाना बनाने का पानी भी नहीं मिलता चंबल के नल का बिल आता है, मगर पानी नहीं मिल पाता हैं। हम मजबूर हो चुके हैं हेंडपंप के अशुद्ध पानी पीने को मजबूर हो चुके हैं। इस पानी से कई बीमारों को खतरा मंडराता रहता हैं।
हेंडपंप से आता हैं अशुद्ध पानी बीमारियों का खतरा
कॉलोनी की महिलाओं का कहना है कि हेंडपंप में कभी गन्द्दा पानी आने के कारण बीमारियों का खतरा रहता हैं। मगर क्या करें, मरता क्या नहीं करता पानी हेंडपंप का पीना ही पड़ता हैं। यह अब हमारी मजबूरी हो चुकी हैं।
कई जन समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर से मिलेगे नेता प्रतिपक्ष
लंबे समय से जन समस्याओं की शिकायतों के बाद नेता प्रतिपक्ष धमेंद्र पारिक जिला कलेक्टर से मिलकर लोगों की जन समस्याओं के बारे में अवगत करवाऐगे। वहीं संबंधित अधिकारियों को मौका मुहायना करवाकर लोगों की समस्याओं का निधान भी करेंगे।
भीलवाड़ा में कई कॉलोनियों में नहीं आता हैं पानी, आज भी जनता परेशान
भीलवाड़ा शहर की कई कॉलोनियों में पानी की समस्याओं से जनता को जुझना पड़ रहा हैं। कई कॉलोनिवासीयों ने मटकी फोड़ आंदोलन करने के बावजूद भी अधिकारियों के झूं तक नहीं रेंग रही। जनता को इसका खामयाजा उठाना पड़ रहा हैं और जनता आक्रोशित दिखाई दे रही हैं। अब यह देखना होगा स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं जलदाय विभाग के अधिकारी इस और कितना ध्यान देते हैं। जिससे आमजन की इन समस्याओं का निधान हो सके।