पुनीत चपलोत
भीलवाड़ा, स्मार्ट हलचल।भीलवाड़ा नगर विकास न्यास (यूआईटी) की अनदेखी और अव्यवस्थाओं के खिलाफ गुरुवार को राधे नगर सहित विभिन्न निजी कॉलोनियों के बड़ी संख्या में लोग डमरू और मंजीरे बजाते हुए यूआईटी कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अधिकारियों के कानों तक आम जनता की आवाज नहीं पहुंचती, इसलिए अब उन्हें जगाने के लिए इस तरह का अनोखा प्रदर्शन करना पड़ा है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि शहर की सड़कों की हालत बदहाल है। नालों पर अतिक्रमण फैला हुआ है और बरसात में जलभराव से हालात गंभीर हो जाते हैं। शिकायतों के बावजूद अधिकारी कोई ध्यान नहीं देते और समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनोज पालीवाल ने किया। उन्होंने कहा कि राधे नगर सहित कई निजी कॉलोनियों को कॉलोनाइजर अधूरा छोड़ भाग चुके हैं, जिससे वहां रहने वाले लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। टूटी सड़कों और नालियों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है।
पालीवाल ने मांग की कि यूआईटी इन कॉलोनियों की जिम्मेदारी ले और राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नालों से अतिक्रमण हटाकर उन्हें खुलवाए ताकि बरसात के समय पानी का निकास सुचारु रूप से हो सके। उन्होंने कहा कि शहर अब “खड्डों का शहर” बन चुका है और दीपावली से पहले सभी सड़कों की मरम्मत कराई जानी चाहिए।
इस प्रदर्शन में संदीप टेलर, कुंदन शर्मा, दिनेश शर्मा, कन्हैयालाल वैष्णव, दुर्गा कंवर, ज्योति, रेखा जैन, दीपा जैन, सोनू गोस्वामी, पुनीत विजयवर्गीय, रतन शर्मा, नेहा शर्मा, विवेक जैन, निरंजन गोस्वामी, माधवलाल शर्मा, लक्ष्मी देवी, अनुराधा चौधरी, महेश जैन सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि यूआईटी प्रशासन ने जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।