भिनाय।
कस्बे के रैणगेट स्थित मेला ग्राउंड में शनिवार को ब्रह्मलीन महंत पगलानंद ब्रह्मचारी महाराज (जयशंकर बाबा) की 9वीं पुण्य स्मृति में विशाल मेले का आयोजन हुआ। इस दौरान बाबा के भक्तों ने पूरी श्रद्धा के साथ उपस्थित होकर अपनी आस्था व्यक्त की और समाधि पर शीश नवाया।
हवन और ध्वजारोहण के साथ हुई शुरुआत
जयशंकर आश्रम के व्यवस्थापक महंत पूर्णानंद ब्रह्मचारी महाराज ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार प्रातः नसीराबाद से आए पंडित मातादीन शर्मा के सानिध्य में गायत्री हवन यज्ञ और ध्वजारोहण के साथ हुआ। इसके पश्चात बाबा जयशंकर की समाधि पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम शुरू हुआ, जो सुबह से लेकर देर शाम तक अनवरत चलता रहा।
इससे पूर्व, मेले की पूर्व संध्या पर बाबा की ज्योत को बिंदौरी के साथ नगर भ्रमण कराया गया और आश्रम परिसर में संगीतमय सुंदरकांड का पाठ हुआ। इस दौरान कलाकार हरीश रैगर ने बालाजी की वेशभूषा में नृत्य कर सभी का मन मोह लिया।
अखाड़े के करतबों ने किया रोमांचित
ध्वजारोहण के बाद बाबा जयशंकर की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में भगवान शंकर की सजीव झांकी और अखाड़ा आकर्षण का केंद्र रहे। श्री बालाजी अखाड़ा फूलिया कलां के संयोजक छोटूलाल माली के नेतृत्व में कलाकारों ने तलवारबाजी और लाठी चालन जैसे अजीबोगरीब व हैरतअंगेज करतब दिखाकर ग्रामीणों को दाद देने पर मजबूर कर दिया। शोभायात्रा पूरे ग्राम में धूमधाम से निकाली गई।
मेले और भंडारे का लुत्फ
शोभायात्रा के समापन पर आश्रम परिसर में चवन्नीलाल फूड प्रोडक्ट (नसीराबाद) की ओर से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसे श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक ग्रहण किया। वहीं, मेला ग्राउंड में बच्चों के लिए झूले, चकरी, खिलौने और खाने-पीने की विभिन्न स्टालें सजाई गई थीं। मेलार्थियों और ग्रामीणों ने देर रात तक मेले का भरपूर लुत्फ उठाया।
ये रहे उपस्थित
इस धार्मिक आयोजन में महंत रघुनन्दन ब्रह्मचारी महाराज, भागवत कथावाचक पंडित शिवकांत स्वामी, जयशंकर सेवा समिति के अध्यक्ष मुरली कुमार गुर्जर, पंडित दुर्गालाल सूंठवाल, महेश गर्ग, शंभुलाल जैन, श्यामसुंदर कछोट, राकेश पारीक, डॉ. हरेश मामनानी, रामसुख गुर्जर, ताराप्रकाश जोशी, राजेन्द्र खींची, सुरेश मेवाड़ा, बृजेश सूंठवाल, ताराचंद मेवाड़ा, गजराज मेवाड़ा, हिरेंद्र गर्ग, विकास गुर्जर, विनय गुर्जर, रितेश शर्मा, मनोहर लाल उबाणा, पिंटू तेली, रामजीलाल दाधीच, रामप्रताप जोशी, चैनाराम महाराज, कृष्णगोपाल सूंठवाल सहित कस्बे और आसपास के गांवों से आए सैकड़ों भक्तगण मौजूद रहे।


