भीलवाड़ा । पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा में भागवत कथा का आयोजन 25 दिसंबर से किया जाएगा। आयोजन में वृंदावन के 108 पंडित संगीतमय भागवत कथा का मूल परायण करेंगे। कथा में भागवताचार्य ललित शरण महाराज मौजूद रहेंगे। कथा आयोजन के संबंध में जानकारी साझा करने के लिए मंगलवार को अग्रवाल उत्सव भवन में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया।
वृंदावन से आए भागवताचार्य ललित शरण महाराज ने बताया-अग्रवाल उत्सव भवन में 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक भागवत कथा होगी। मूल पाठ प्रातः 7 से 12 बजे तक और दोपहर 1 से 5 बजे तक कथा का आयोजन किया जाएगा। शास्त्रों में मूल पाठ का विशेष महत्व बताया गया है।
*भारत देश हिंदू राष्ट्र बनना ही चाहिए*
उन्होने कहा- बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की मांग की है। हम इसका समर्थन करते हैं। भारत देश हिंदू राष्ट्र बनना ही चाहिए। मेरी भी यही मांग है, क्योंकि हिंदू राष्ट्र बनेगा तो निश्चित रूप से सनातन को मजबूती मिलेगी।
*वृंदावन में बनना चाहिए कॉरिडोर*
संत भागवताचार्य ललितशरण वृंदावन में योगी सरकार की ओर से प्रस्तावित कॉरिडोर का भी समर्थन करते हुए बोले कि वृंदावन की तंग गलियों के कारण कई वृद्ध लोग बांके बिहारी जी के दर्शन नहीं कर पाते। कॉरिडोर बनाने से उनका काम सुगम हो जाएगा। इतना ही नहीं देश दुनिया से बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों को भी सुविधा हो जाएगी. वे आसानी से बांके बिहारीजी के दर्शन कर पाएंगे।
*कथा से पूर्व शहर में निकलेगी शोभायात्रा*
भागवत कथा के पूर्व 24 दिसंबर को पेच के एरिया बालाजी मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। इस कलश यात्रा में चुंदड़ी पहन और कलश धारण कर महिलाएं शामिल होंगी साथ ही भगवा वस्त्रों में 108 पंडित रहेंगे, जो भागवत कथा के पूर्व नगर भ्रमण करेंगे। भागवत कथा में कोई भी भक्त प्रति पोती निर्धारित राशि जमा कर मूल पाठ का यजमान बन कर अपनी सहभागिता दे सकते हैं।
*आयोजन को सफल बनाने के लिए बनाई कमेटियां*
आयोजन समिति के मुख्य सदस्य राम बाबू अग्रवाल ने बताया कि भीलवाड़ा में यह अपने आप में अनूठा आयोजन है जो पहली बार करवाया जा रहा है। अब तक भागवत कथा के कई पाठ करवाए गए हैं लेकिन मूल भागवत 108 मूल पाठ का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है और इसी का यहां भव्य आयोजन किया जाएगा।
आयोजन को लेकर समिति द्वारा जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है। आयोजन सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके इसके लिए कमेटियां बनाई गई है जो अलग-अलग कार्यों को संपादित करेगी।
प्रेस वार्ता के दौरान आयोजक समिति के अमित अग्रवाल, पवन अग्रवाल, धनराज शर्मा (मुख्य पुजारी सादी धाम) भैरू लाल पांचाल, हीरा लाल ओझा, पंडित सत्य नारायण श्रोत्रीय मौजूद रहे।