पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । बेटियों को पापा की पारियां नहीं चण्डी बनना है, काली बनना है, झांसी की रानी बनना है जो विपत्ति आने पर विधर्मियों में के सर काट देती है। हमारी पहचान है , एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में भाला । जो तुमको छेड़ता है उसे कभी भी छोड़ना नहीं है। इस कटार का उपयोग संवैधानिक तरीके से अपनी आत्म रक्षा के उपयोग में करना है। यह कहना है साध्वी सरस्वती का। साध्वी भीलवाड़ा के आजाद चौक में दुर्गा शक्ति अखाड़ा द्वारा आयोजित कटार दीक्षा और हिंदू सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रही थी। साध्वी सरस्वती ने 2100 बालिकाओं को कटार दीक्षा दिलाते हुए आव्हान किया कि उन्हें पराठे बनाने आए ना आए लेकिन कराटे चलना जरूर आना चाहिए। उन्हें इतना मजबूत बनना चाहिए कि वो खुद की रक्षा खुद कर सके। साध्वी ने लव जिहाद का कड़े शब्दों में विरोध करते हुए बताया की एक गैंग तैयार की जा रही है जो नाम बदल लड़की हिंदू युवतियों संपर्क करती है। उनसे शादी करती है, बच्चे पैदा करती है और उनका तन मन धन सब कुछ लूट लेती है। अगर कोई बच्ची इनका विरोध करती है तो यह उसे टुकड़ों में बांट देते हैं। चाहे स्कूल हो, कॉलेज हो, ट्यूशन हो या पार्क हो इनके लोग बैठे रहते हैं जो बच्चों को इंप्रेस करते हैं। इन्हें इसके लिए फंड दिया जाता है। प्रेम के नाम पर जिहाद किया जाता है जिसमें आपका तन मन धन सब कुछ समाप्त कर देते हैं। साध्वी ने भाइयों से भी आग्रह किया है कि वे अपनी बहनों को कैडबरी चॉकलेट देने की बजाय पेपर स्प्रे गिफ्ट करें ताकि वो किसी भी मुसीबत के समय पर उस पेपर स्प्रे से खुद को बचा सके। देश के वर्तमान हालत पर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का हर मुसलमान गलत नहीं है। आप अगर रहीम, रसखान और कलाम बनाकर रहोगे तो आपका स्वागत है लेकिन अगर बाबर और औरंगजेब बनने की कोशिश की तो इनकी बस्तियां खत्म कर दी जाएगी। उन्होंने दीक्षा लेने वाली बच्चियों को कहा की नवरात्रि साधना का पर्व होता है लेकिन इसके विपरीत हमारी बहनें हमारे भाई आरती में नहीं जाते, पांच-पांच घंटे तक गरबे में जरूर चले जाते हैं। अश्लील गानों पर डांस करना मां की आराधना नहीं है। उन्होंने गरबा पांडाल में भी विधर्मियों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि आपको माता रानी से इतना ही प्रेम है और आप उनके गरबे को पूरे मन से करते हैं तो अपनी बहन बेटियों के साथ में गरबा प्रांगण में आइये, अपनी मस्जिद में गरबा का आयोजन कीजिए हम सभी आपके साथ हैं ।
मंच के माध्यम से उन्होंने दुर्गा घर शक्ति की बहनों को जीवन में आगे बढ़ाने और मुसीबत का डटकर मुकाबला करने की प्रेरणा दी । मंच पर साध्वी सरस्वती के साथ काठिया बाबा,महंत मोहन शरण शास्त्री, विधायक अशोक कोठारी सुबोध बाहेती, रविंद्र जाजू तथा दुर्गा शक्ति अखाड़ा की बहने मौजूद रही । इससे पूर्व दुर्गा शक्ति अखाड़ा कार्यालय नेहरू रोड से शौर्य संचलन का आयोजन किया गया जो सांगानेरी गेट, धान मंडी , बड़ा मंदिर, भीमगंज , गोल प्याऊ चौराहा, रेलवे स्टेशन होता हुआ आजाद चौक में धर्म सभा में परिवर्तित हुआ।शौर्य संचलन का मार्ग में पुष्प वर्षा के साथ स्वागत अभिनंदन किया गया।