भीलवाड़ा-सनातन विरोधी उदयनिधि स्टालिन की कार्यवाही पहुँची कोर्ट में, सुनवाई 7 को
भीलवाड़ा,
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पुत्र उदयनिधि स्टालिन के विरोध में की गई पुलिस में दर्ज करायी गयी रिपोर्ट पर कार्रवाई न होने पर गुरूवार को भीलवाड़ा के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट साहब संख्या 2 में जज नीति वर्मा के समक्ष सुनवाई हुई ।
उल्लेखनीय है कि 2 सितंबर को सनातन के विरोध में दिये गये स्टालिन के बयान के चलते सभी सनातनियों द्वारा 5 सितंबर को जिला कलेक्टर भीलवाड़ा को ज्ञापन दिया गया। जिसमें संतों एवं सभी सनातन प्रेमियों ने स्टालिन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की पुर्जोर माँग की।
7 सितम्बर को महामण्डलेश्वर स्वामी हंसरामजी के सानिध्य में हरिशेवा उदासीन आश्रम के संत गोबिंदराम द्वारा भीलवाड़ा के एडवोकेट समूह के साथ भीमगंज थाने में एफ आई आर दर्ज करायी गई । थाने में सुनवाई न होने के कारण भीलवाड़ा अदालत की शरण में जाना पड़ा । नतीजतन आज अदालत में प्रथम सुनवाई हुई ।
हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा के महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी, संत मायाराम, महंत मोहन शरण शास्त्री निम्बार्क आश्रम, संतदास की महंत संतदास हाथी भाटा,पंचमुखी पुजारी मुरारी एवं अन्य कई संतों के साथ एडवोकेट उम्मेद सिंह राठौड़, गोपाल सोनी परीक्षित शर्मा, अभिमन्यु जोशी, अजय सुवालका, कुशल साहु, हनुमान सिंह राणावत, मुरली कोली उपस्थित थे। न्यायालय द्वारा आगामी तारीख 7 नवम्बर निधा्ररित की है।
भीलवाड़ा-सनातन विरोधी उदयनिधि स्टालिन की कार्यवाही पहुँची कोर्ट में, सुनवाई 7 को
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