वशिष्ठ शर्मा
भीलवाड़ा । 400 पार का नारा लगाने वाली भाजपा पार्टी भीलवाड़ा में दो गुटों में बटती नजर आ रही है । जिसका खामियाजा लोकसभा चुनावों में ना भुगतना पड़ जाए आपसी खींचतान और अंदरूनी कलह के कारण भीलवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस के पाले में अगर चली जाए तो बड़ी बात नही होगी भाजपा के भीतर बहुत कुछ बदल गया है या बदल रहा है । गुटबाजी और अंतर्कलह और अधिक तीव्र हो गई है । एक विचार परिवार और दूसरी तरफ पूर्व विधायक और पूर्व सांसद के साथ उनके समर्थक । पूर्व विधायक विठ्ठल शंकर अवस्थी और उनके समर्थकों में खासी नाराजगी है । निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी, लक्ष्मी नारायण डाड, लादू लाल तेली के साथ अन्य बागी नेताओं को भाजपा में शामिल करना ना गवारा साबित हो रहा हैं । अवस्थी और उनके समर्थक इस बात से नाराज है की पार्टी ने उन नेताओं को शामिल किया जिन्होंने विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी को हराने के लिए पूरा जोर लगा दिया था और पार्टी से बगावत की थी वही सांसद सुभाष बहेडिया के मन में भी दर्द है की उनका टिकिट काट कर दामोदर अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया गया । इसके चलते दोनो ही नेताओ के साथ उनके समर्थक अधिकांश बैठकों और कार्यक्रमों से कन्नी काट रहे हैं । बहेडिया और उनके समर्थकों को भी बागी नेताओं को पार्टी में शामिल करना फूंटी आंख नही सुहा रहा है । अब पार्टी कार्यकर्ताओ में कितनी एक जुटता है इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी अग्रवाल के लिए आयोजित कार्यकर्ता सम्मलेन और सामूहिक भोज में कितने कार्यकर्ता शामिल हुए । प्रत्याशी दामोदर अग्रवाल ने 3000 लोगो का भोजन तैयार करवाया था लेकिन आंकड़ा 500 पार भी ना कर पाया । वही इस दौरान बैठक में निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी और पूर्व विधायक अवस्थी के समर्थक आपस में भिड़ गए और बैठक में हंगामा हो गया और नारेबाजी शुरू हो गई जिससे अफरा तफरी का माहौल बन गया । निर्दलीय विधायक के एक बयान से रायता फैल गया जिसे समेटना भारी पड़ गया और किरकिरी हुई सो अलग । जबकि निर्दलीय विधायक और उनके समर्थक यह भूल गए की एक ही पार्टी की जाजम पर बैठकर वरिष्ठ नेताओं पर गलत बयानबाजी कितनी आग लगा सकती है वह यह भूल गए की यहां वह एकजुट होकर पार्टी को जिताने आए है नाकी द्वेषता वश आरोप प्रत्यारोप करने । इस तरह की बयानबाजी ने कार्यक्रम में माहौल तो बिगाड़ा ही साथ ही अंदरूनी खींचतान भी खुलकर सामने आ गई । विधायक कोठारी ने सांसद बहेडिया और पूर्व विधायक के खिलाफ बयानबाजी कर दी जिससे समर्थक भड़क गए और बात हाथापाई और धक्कामुक्की तक पहुंच गई । बैठक में कोठारी ने कह डाला की डिजायर तो मेरी तरफ से जाएंगी हारे हुए नेता का इसमें कोई रोल नहीं है पूर्व विधायक किस हैसियत से डिजायर भेज रहे हैं । वही सांसद बहेडिया के 10 वर्ष के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी कर डाली । एक तरफ पार्टी के अंदर भीतर घात और दूसरी तरफ ब्राह्मण, माहेश्वरी ओर गुर्जर समाज की नाराजगी के चलते बी जे पी के हाथ से यह सीट फिसल न जाए । क्या इसका फायदा कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर सी पी जोशी को मिलेगा ? फिलहाल भीलवाड़ा सीट पर दोनो ही प्रत्याशी के मध्य कांटे की टक्कर नजर आ रही है । कौन जीतेगा कौन हारेगा यह कहना मुश्किल है । लेकिन भाजपा पार्टी में इस तरह के विरोधी सुर जो उठ रहे है और जो उठापटक चल रही है वह ऊपरी नेताओं के लिए सिरदर्दी बना हुआ है और इसका फायदा विपक्ष को मिल रहा है । भाजपा प्रत्याशी पी एम मोदी के चेहरे और 2047 में विकसित भीलवाड़ा के नाम पर वोट मांग रहे है जबकि कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर सी पी जोशी विकास, महंगाई , बेरोजगारी के मुद्दे के साथ मैदान में उतरे है और अपने पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों पर वोट बटोरने में जुटे है । लेकिन फेसला तो मतदाता है करेंगे की वह जीत का सेहरा किसके सिर पहनाएंगे ।