शीतल निर्भीक
लखनऊ।स्मार्ट हलचल/उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र में मानव तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने सोमवार की सुबह उर्दू मार्केट में एक गुप्त छापेमारी अभियान चलाकर एक युवक को हिरासत में लिया, जिससे पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। गिरफ्तार युवक पर विदेशों में बेरोजगार युवाओं को फंसाकर भेजने और उनकी तस्करी में संलिप्त होने के गंभीर आरोप हैं। युवक का भाई पहले से ही मानव तस्करी के आरोपों में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है, जिससे शक गहराया है कि ये पूरा गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय है।
सिकंदरपुर में एनआईए का अचानक छापा
सूत्रों के अनुसार, एनआईए की आठ गाड़ियों में सवार टीम ने अचानक सिकंदरपुर के उर्दू मार्केट में छापा मारा। इस अचानक हुई कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जैसे ही छापेमारी की खबर फैली, गिरोह से जुड़े छह से अधिक लोग भूमिगत हो गए। एनआईए की इस कार्रवाई ने पूरे जिले को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।
यह दूसरी बार है जब एनआईए ने मानव तस्करी से जुड़े किसी बड़े मामले में जिले में छापा मारा है। इससे पहले, बीते वर्ष नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद एनआईए की सक्रियता बढ़ी थी। अब मानव तस्करी के इस मामले में जांच की दिशा में नए खुलासे होने की संभावना है।
विदेश भेजने के नाम पर जालसाजी
गिरफ्तार युवक पर आरोप है कि वह बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पोलैंड, इथोपिया, दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रतिबंधित देशों में भेजता था। दिल्ली, लखनऊ, और वाराणसी में इसके ऑफिस थे, जहां से वह युवाओं को सऊदी अरब और दुबई भेजने का वादा करता था। लेकिन असल में उन्हें टूरिस्ट वीजा पर भेजकर अमानवीय परिस्थितियों में काम करने पर मजबूर किया जाता था।
एनआईए की जांच में यह खुलासा हुआ कि कई युवाओं की किडनी आदि निकाल ली जाती थी, जिससे इस रैकेट का अपराध गंभीरता से लिया जा रहा है। करीब तीन महीने पहले एनआईए ने दिल्ली से युवक के भाई को गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल तिहाड़ जेल में है। अब इस नए खुलासे ने मानव तस्करी के इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में एनआईए को और मजबूती दी है।
गिरोह का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
इस गिरोह के तार केवल भारत तक सीमित नहीं हैं। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैला हुआ है। गिरफ्तार युवक ने खुद कई बेरोजगार युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर शोषण के दलदल में फंसाया है। सूत्रों के अनुसार, सिकंदरपुर में छह से अधिक ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो गरीब और बेरोजगार युवाओं को टूरिस्ट वीजा पर विदेश भेजते हैं, जहां वे गंभीर शोषण का शिकार बनते हैं।
एनआईए की सक्रियता और बड़े खुलासे
जिले में बढ़ते मानव तस्करी के मामलों को देखते हुए एनआईए की कार्रवाई से कई लोग भयभीत हो गए हैं। एनआईए की इस ताजा छापेमारी ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। वहीं, स्थानीय पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर रही है, लेकिन एनआईए की लगातार सक्रियता से अब यह मामला और गंभीर होता जा रहा है।
आने वाले दिनों में और खुलासे की संभावना
एनआईए की इस कार्रवाई के बाद से पूरे जिले में चर्चा का बाजार गर्म है। यह मामला मानव तस्करी के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है, जिसकी जड़ें कई देशों तक फैली हुई हैं। एनआईए और अन्य जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही हैं, और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
बाग़ी धरती के लोगों में बनी दहशत
एनआईए की इस कार्रवाई ने इलाके में भय का माहौल पैदा कर दिया है। गिरोह से जुड़े कई लोग भूमिगत हो गए हैं और स्थानीय लोग अब समझ नहीं पा रहे हैं कि कैसे इन गिरोहों ने क्षेत्र में अपना जाल फैला रखा था। इलाके में अब लोगों के बीच एनआईए की अगली कार्रवाई को लेकर चर्चाएं हो रही हैं।
बढ़ती मानव तस्करी पर सवाल
बलिया जिले में मानव तस्करी के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। एनआईए की यह ताजा कार्रवाई इस बढ़ते खतरे को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। मानव तस्करी जैसे घिनौने अपराध के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई ने जिले के लोगों को राहत तो दी है, लेकिन साथ ही भविष्य में और भी सतर्क रहने की जरूरत है।
इस मामले ने बलिया जिले में मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया है। एनआईए की इस ताजा कार्रवाई से मानव तस्करी के इस जटिल और अंतरराष्ट्रीय रैकेट की गंभीरता का पता चलता है। एनआईए की सक्रियता से अब गिरोह के अन्य सदस्यों की धरपकड़ की संभावना बढ़ गई है, जिससे जिले में कानून व्यवस्था को लेकर सख्ती और बढ़ेगी।