विंध्यवासिनी से लेकर बाबा विश्वनाथ तक माथा टेका,बोले– राजनीति नहीं, पूजा करने आया हूं..
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी।स्मार्ट हलचल|भोजपुरी सिनेमा जगत के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव गुरुवार को पूरी तरह भक्तिमय नजर आए। उन्होंने मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी के दरबार में माथा टेकने के बाद काशी पहुंचकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया। बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले उनकी यह भक्ति यात्रा चर्चा में आ गई है। काशी पहुंचते ही गलियां “हर-हर महादेव” और “खेसारी भइया जिंदाबाद” के नारों से गूंज उठीं।
सुबह-सुबह बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचकर खेसारी लाल यादव ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा— “मैं केवल दर्शन करने आया हूं, राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है। बाबा का आशीर्वाद लेने आया हूं ताकि सबके जीवन में खुशियां बनी रहें।”
मंदिर परिसर में खेसारी के पहुंचते ही भक्तों और फैंस की भीड़ उमड़ पड़ी। ललिता घाट से लेकर विश्वनाथ मंदिर तक उनका स्वागत करने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। किसी ने मोबाइल से वीडियो बनाया, तो कोई उनके साथ सेल्फी लेने को उतावला दिखा। पूरे इलाके में “लाल लाल खेसारी लाल” के नारे गूंजने लगे।
सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही। पुलिसकर्मी चारों ओर तैनात थे ताकि दर्शन में कोई बाधा न हो। खेसारी लाल यादव ने शांत मन से पूजा की और बिहार के लोगों की समृद्धि व चुनाव में शांति की कामना की।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा “बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद ही सब कुछ है। बिहार की जनता का प्यार और विश्वास मेरी सबसे बड़ी पूंजी है।” फैंस ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया और कई जगहों पर उनकी एक झलक पाने के लिए धक्का- मुक्की तक की नौबत आ गई।
मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में भी उन्होंने मां विंध्यवासिनी के चरणों में शीश नवाया था। वहां भी उनके पहुंचते ही भक्तों की भारी भीड़ लग गई। लोगों ने कहा “हमारे खेसारी भइया सिर्फ फिल्मों के स्टार नहीं, बल्कि सच्चे श्रद्धालु भी हैं।”
बिहार चुनाव से पहले उनकी यह यात्रा सियासी हलकों में चर्चा का विषय जरूर बन गई, लेकिन खेसारी ने हर सवाल को मुस्कराते हुए टाल दिया। उन्होंने कहा“भक्ति में ही शक्ति है, और शक्ति से ही सफलता मिलती है। बाबा का आशीर्वाद सब पर बना रहे।”
काशी की पवित्र धरती पर खेसारी लाल यादव जब हाथ जोड़कर ‘हर हर महादेव’ का उद्घोष कर रहे थे, तो लगा मानो सिनेमा का सितारा पूरी तरह आस्था में डूब गया हो। भीड़ में मौजूद एक बुजुर्ग बोल “आज खेसारी ने बता दिया कि असली हीरो वही है जो धर्म और लोक दोनों का सम्मान करे।”
विंध्यवासिनी से विश्वनाथ तक उनकी यह यात्रा एक भक्ति, जनभावना और लोकप्रियता का अद्भुत संगम बन गई। बिहार के चुनावी माहौल में भी खेसारी की यह झलक भक्तिभाव और विनम्रता की मिसाल साबित हुई।


