मुकेश खटीक
मंगरोप।स्वरूपगंज गांव में बुधवार शाम करीब 4 बजे 11 हजार केवी बिजली लाइन पर काम करते समय करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई।युवक ठेके पर डिस्कॉम में काम करता था।हादसे के बाद साथी उसे जिला चिकित्सालय ले गए जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।भले ही बिजली विभाग बिजली सुधार का कार्य डिस्कॉम को ठेके में देने के बाद चैन की सांस ले रहा हो लेकिन ठेके पर काम करने वाले उन ठेका कर्मियों की सुरक्षा तक सुनिश्चित नहीं कर पाया है अबतक जिलेभर में दर्जन भर से भी ज्यादा ठेकाकर्मी बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य करते हुए काल के ग्रास बन गए है।लेकिन बिजली विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंगी।विभाग ने इन ठेका कार्मिकों को सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाना तक लाजमी नहीं समझा।अगर बात करे पहले ग्रिड पर नियुक्त सरकारी कार्मिकों की तो उन्हें बिजली विभाग हर तरह के सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाता था कारण क्योंकि पहले करंट से किसी भी सरकारी बिजली कर्मचारी की जान जाने पर विभाग को लाखों का मुआवजा देना पड़ता था इसलिए विभाग उनकी परवाह करता था।इससे तो साफ तौर पर यही जाहिर होता है कि विभाग अब बिजली के सभी कार्य ठेके पर देंने के बाद चैन से सो गया है।आखिर बिजली विभाग कबतक लोगों की जान से खिलवाड़ करता रहेगा।

गाडरी समाज के जिला अध्यक्ष किशनलाल गाडरी ने बताया कि हमीरगढ़ कस्बे के रहने वाले 32 वर्षीय राजूलाल पुत्र रतनलाल गाडरी डिस्कॉम में ठेके पर काम करता था।स्वरूपगंज ग्रीड के पास 11 केवी लाइन पर शटडाउन लेकर काम कर रहा था।अचानक करंट लगने से वह झुलसकर नीचे गिर गया जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।शव अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है।इधर,परिजन तथा बड़ी संख्या मे गाडरी समाज के लोग कस्बे की बिजली आपूर्ति बंद करवाने के बाद मृतक के आश्रित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर तेजाजी चौक स्थित ग्रीड पर धरना प्रदर्शन पर बैठ गए।समाचार लिखे जाने तक कस्बे की बिजली आपूर्ति बंद थी एवं प्रदर्शन जारी था।पुलिस व जन प्रतिनिधीयों ने मौके पर पहुंचकर समझाइश के प्रयास किए।


