मुकेश खटीक
मंगरोप।कस्बे में कानून और सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सांवरिया जी मंदिर के सामने थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर खुलेआम बायो डीजल की बिक्री की जा रही है।सर्विस सेंटर की आड़ में संचालित यह अवैध कारोबार न केवल नियमों के विपरीत है,बल्कि आमजन की जिंदगी को भी खतरे में डाल रहा है।स्थानीय लोगों ने बताया कि लंबे समय से यहां बायो डीजल की अवैध बिक्री की जा रही है,लेकिन संबंधित विभाग और पुलिस प्रशासन आंखें मूंदे बैठे हैं।स्थिति इतनी गंभीर है कि थोड़ी सी चिंगारी या लापरवाही भी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है।करीब 9 माह पहले भी यही संचालक नारायणलाल माली रिहायशी आबादी के पास स्थित खेत में भारी मात्रा में बायो डीजल का अवैध भंडारण किया हुआ था।उस समय अचानक लगी भीषण आग ने बड़े विस्फोट का रूप ले लिया था।धमाका इतना जबरदस्त था कि उसकी आवाज और लपटें 5 किलोमीटर दूर तक सुनाई और दिखाई दी थीं।हादसे में आसपास के लोगों की जान पर बन आई थी और प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी।अचानक आग लगने से अवैध बायो डीजल भंडारण का मामला उजागर हुआ था उस मामले में पुलिस ने नारायणलाल माली को गिरफ्तार भी किया था,लेकिन आज फिर वही कहानी दोहराई जा रही है।बायो डीजल जैसे ज्वलनशील पदार्थ का इस तरह अवैध तरीके से भंडारण और बिक्री करना सुरक्षा मानकों की खुली अवहेलना है।इस पूरे मामले को लेकर आमजन में आक्रोश व्याप्त है।लोगों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस की ढिलाई के कारण बार-बार अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेने,अवैध बिक्री व भंडारण को बंद करवाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।