भरतपुर, 4 अक्टूबर 2025
स्मार्ट हलचल|विश्व धरोहर स्थल केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में प्रवासी पक्षियों चहचहाहट बढ़ गई है।इस सुंदर दृश्य को वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर दीपक मुदगल ने अपने कैमरे में कैद किया है, जिसमें पक्षी पानी की सतह पर अपना भोजन ग्रहण करते नजर आ रहे हैं। अजान बांध के आसपास कुछ स्थानों पर जल भराव देखने को मिल रहा है, जिसमें विभिन्न मछलियां पक्षियों की आहार पूर्ति कर रही हैं। मानसून की अच्छी बारिश के कारण पार्क में जल स्तर पर्याप्त है, जो पक्षियों के लिए आदर्श आवास प्रदान कर रहा है। देशी-विदेशी पक्षियों के लिए विख्यात इस उद्यान में ठंड से बचने के लिए दूर-दराज से आने वाले पक्षी शरण ले रहे हैं। अजान बांध से पानी की निकासी के बावजूद किनारों पर भरे जल में पक्षी आसानी से भोजन तलाश रहे हैं, जिससे विहंगम दृश्य देखने को मिल रहा है। इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश के कारण
ग्रेट ईग्रेट, कॉर्मोरेंट, स्नेक बर्ड, पेंटेड स्टॉर्क, किंगफिशर, तीतर, ओपनबिल स्टॉर्क, स्पूनबिल, आइबिस, हेरॉन , बेडर्स जैसे पक्षी और राष्ट्रीय पक्षी मोर के नृत्य जैसे मनोरम दृश्य आकर्षित कर रहे हैं।
इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश के कारण पार्क का जल स्तर आदर्श बना हुआ है, जो पक्षियों के लिए अनुकूल आवास प्रदान कर रहा है। डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि अक्टूबर-नवंबर में प्रवासी पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है।
पार्क के आसपास का सुंदर हैबिटेट भी पक्षियों के आवागमन और भोजन के लिए अनुकूल है। उद्यान में पर्यटकों की सुविधा के लिए साइकिल रिक्शा, गाइड और फोटोग्राफी के लिए विशेष स्थानों पर बैठने की व्यवस्था की गई है। डीएफओ सिंह ने पर्यटकों से प्लास्टिक का उपयोग न करने और शोर से बचने की अपील की, ताकि पार्क का प्राकृतिक सौंदर्य और 370 से अधिक पक्षी प्रजातियों के साथ विभिन्न जीव जंतुओं का यह अनमोल खजाना संरक्षित रहे।