गेबाराम चौहान
सायला।स्मार्ट हलचल|गढ़ बावतरा स्थित कैवाय माता मंदिर प्रांगण में क्षत्रिय समाज के लोगों ने महाराणा सांगा की जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया। दर्जनों लोगों ने राणा सांगा की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके व्याख्याता दुर्जनसिंह ने राणा सांगा के शौर्य, पराक्रम और वीरता का बखान करते हुए कहा कि उन्होंने 100 से ज्यादा युद्ध लड़े जिसमे वो विजेता रहे, उन्होंने कहा कि महाराणा सांगा मेवाड़ के महान शासक थे, जिन्होंने अपने अदम्य साहस, दूरदृष्टि और युद्ध कौशल से विदेशी आक्रांताओं को मुंहतोड़ जवाब दिया। वह राजपूताना के गौरव और एकजुटता का प्रतीक रहे। खानवा के युद्ध में बाबर के विरुद्ध उनके नेतृत्व ने इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा। विदेशी शक्तियों के सामने कभी झुके नहीं। उन्होंने अपार व्यक्तिगत क्षति सहकर भी अपना गौरव और सम्मान बनाए रखा।
दीपसिंह दुदवा ने कहा कि महाराणा सांगा का पूरा जीवन संघर्ष करते हुए बीत गया, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ सभी लड़ाइयों पर विजय प्राप्त की। महाराणा सांगा ने अपने युद्ध कौशल के माध्यम से सर्व समाज को जोड़ते हुए उन्हें साथ लेकर अनेकों लड़ाई लड़ी। इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना होगा। सभा को अमरसिंह, पहाड़ सिंह देता, ज्ञानसिंह भुंडवा, इंद्रसिंह सायला सहित कई वक्ताओ ने किया संबोधित। इस दौरान कैवाय माताजी ट्रस्ट अध्यक्ष उकसिंह जी बावतरा, राणा पहाड़सिंह, जसवंतसिंह बावतरा, व्याख्याता गजेंद्र सिंह, ज्ञानसिंह, इंद्रसिंह सायला, पूर्व प्रधान खंगारसिंह आसाना, महेन्द्रसिंह दहिया, शंबूसिंह चौराऊ सहित कई लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर श्री क्षत्रिय युवक संघ के चार दिवसीय प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर का पोस्टर विमोचन किया गया। आगामी 9 मई से 12 मई 2025 तक गढ़ बावतरा में प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जायेगा।