बीसलपुर बांध भराव क्षेत्र से गाद की आड़ केवल बजरी ही निकाली जा रही, अधिकारी जान कर भी अनजान,Bisalpur dam official unaware
(आज़ाद नेब)
स्मार्ट हलचल/बीसलपुर बांध के भराव क्षेत्र गाद नही निकाल केवल बजरी ही निकाली जा रही है प्रशासनिक अधिकारी जान कर भी अनजान है।जानकारी के मुताबिक 315.50 भराव क्षमता वाले बीसलपुर बांध के भराव क्षेत्र एवं उसके केंचमेंट एरिया तक बनास नदी से गाद निकालने (सफाई करने) कार्य एन जी गदिया नामक कम्पनी को दिया गया था जिसने 20 सितम्बर 2023 से नापा का खेड़ा पुलिया के पास ट्रेगर मशीन, हाइड्रोलिक वाटर पंप एवं पानी में तैरता हुआ प्लेटफार्म जैसी यंत्र लगाकर कार्य शुरू किया था। अभी कंपनी द्वारा उपखंड क्षेत्र के राजस्व गांव खजुरिया खेड़ा जीरा, हरिपुरा, हथोडिंया, बिहाड़ा, अखेपुरा, बालापुरा, जालमपुरा से स्टी बनास नदी से गाद निकालने का कार्य कर रही है। बनास नदी में एल एन टी, जेसीबी मशीनों से खोद कर डंपर एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली के ऊपर जाली लगाकर केवल बजरी को ही बाहर निकाला जा रहा है। गाद निकालने के नाम पर केवल बनास से बजरी निकाल रही है। गाद में बजरी, स्टोन, ग्रेवल, मिट्टी इत्यादि आते है।
क्या स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को इस की खबर नहीं है कि जबकि लीज या माइनिंग संबंधित या अन्य कार्यों की एक कॉपी उपखंड कार्यालय पर जमा की जाती उस आधार पर प्रशासनिक अधिकारी नियमों से हट कर कार्य करने पर संबंधित फर्म पर कार्रवाई कर सकते है। फिर भी अधिकारी जान कर भी अनजान बने बैठे हैं।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायक गोपीचंद मीणा ने कहा कि जिस कंपनी को गाद निकलने का टेंडर मिला है वह बनास नदी से केवल बजरी ही निकाल रही है जो गंभीर विषय है संबंधित अधिकारियों से जल्द ही कार्यवाही करने को कहता हूं।
उपखंड अधिकारी सुरेंद्र बी पाटीदार से बनास नदी की गाद बेचने के अधिकार के बारे मे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि माइनिंग विभाग के अधिकारीयों से पूछों शायद उनसे कुछ टाइप हुआ हो लेटर या एनओसी दी हो। माइनिंग विभाग के एमई चंदन कुमार फोन नहीं उठा पाएं एवं फोरमैन दिनेश कुमार यादव का फोन सुबह से ही बंद आ रहा है।