दिलखुश मोटीस
केकड़ी (अजमेर)_मानसून सत्र की पहली बारिश में ही महज 19 दिन में भरकर लबालब हुआ जिले का सबसे बड़े बिसुन्दनी( घोड़दा ) बांध में अब 5 सेंटीमीटर की चादर चल रही है जिससे किसानों में अपार हर्ष की लहर दौड़ गई
किसानों और घोड़दा के ग्रामीणों ने बताया कि करीब 50 वर्ष पुराना यह बांध बनने के बाद पहली बार जुलाई के प्रथम पखवाड़े में ही पूरा भर कर चादर चल पड़ा है जबकि अन्य वर्षों में यह बांध अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में पूरा भरता है मगर इस बार मानसून सत्र की पहली बारिश ने ही बांध को लबालब कर दिया है यह इस क्षेत्र के लिए अपार खुशी का विषय है
करीब 1970 में राजस्थान सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहन लाल सुखाड़िया ने इस बांध की आधार शिला रखी थी औऱ इस बांध को बनने के लिए लगभग 12 वर्ष का समय लगा इसके बाद 1983 में पहली बार सिंचाई के लिए इस बांध से नहरे छोड़ी गई
3 मीटर 27 सेमी की भराव क्षमता वाले इस बांध से वर्तमान में दो नहरे संचालित है
एक दांयी नहर और दूसरी बांयी नहर
बांयी नहर के जल वितरण कमेटी के अध्यक्ष गोपाल बलाई ने बताया कि इस बांध से सिंचाई होने वाले दो बड़े कमांड एरिया की भूमि है जो कि इस पानी से सिंचित होती है
जिसमें दांयी नहर का कमांड एरिया करीब 500 हैक्टेयर में फैला हुआ है
वहीँ दूसरी और बांयी नहर का कमांड एरिया 300 हेक्टेयर के लगभग है इन कमांड एरिया में घोड़दा ,चिकलिया ,लोधा का झोपड़ा ,आमली खेड़ा ,सूरजपुरा ,किडवो का झोपडा ,बिसुन्दनी ,कुशायता ,सावर ,मोटालाव समेत अनेक गाँव शामिल है
बताया गया कि वर्ष 2020 के बाद 2023 को छोड़ कर प्रतिवर्ष यह बांध लगातार भर रहा है लेकिन यह पूरा अगस्त के अंतिम सप्ताह में भरता है
शुक्रवार सुबह बांध पूरा भरकर चादर चल गया इसके बाद सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता कमल सिंह ने इसका मौका मुआयना किया और मौजूद कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए बांध की दोनों नहरों को कट्टे लगवाकर पूरी तरह से बंद करवाया साथ ही जल प्रवाह वाले क्षेत्र में रहने वाले लोगों को विशेष हिदायते दी गई
इनका कहना है
बांध के केचमेंट एरिया में हुई अच्छी बारिश के बाद बिसुन्दनी बांध पूरा भर चुका है और इस पर 5 सेमी की चादर चल रही हैं बांध बनने के बाद यह जुलाई के प्रथम पखवाड़े में ही भर जाना हम सभी के लिए अच्छा संकेत हैं मैने आज बांध का मुआयना किया था और दोनों नहरों को कट्टे लगवाकर पूरी तरह बंद करवा दिया है