पुर । उपनगर पुर में पूर्व में जिंदल की ब्लास्टिंग से जर्जर हुआ मकान ढह गया जिससे कोई जनहानि नहीं हुई । नगर परिषद के अधिकारियों ने मकान पर नोटिस चश्पा कर मकान में रह रहे गरीब परिवार को जर्जर मकान से बाहर निकाल कर मकान को ताला लगाया। उपनगर पुर के रोडमल, लाभचंद जैन कई वर्षों से अपने पुश्तैनी मकान में रह रहे थे जो जिंदल की ब्लास्टिंग से आई दरारों से जर्जर हो चुका था लेकिन कल अचानक मकान की अंदर से दीवार ढह गई जिससे कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन मकान पूरा जर्जर होने से मकान के आम रास्ते की दीवार भी कभी भी गिर सकती हैं जिससे कोई भी जन हानि हो सकती हैं।
इसकी सूचना पर नगर परिषद के अधिकारी क्षेत्रीय इंस्पेक्टर ज्ञानमल खोखर के नेतृत्व में घटना स्थल पर पहुंचे जिसकी जानकारी मिलने पर संघर्ष सेवा समिति पुर के अध्यक्ष छोटू लाल अटारिया व राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण संगठन के जिला अध्यक्ष रतनलाल आचार्य, युवा जिला अध्यक्ष मुकेश सोनी, गोपाल पलोड, निर्मल कुमार सिंघवी सहित कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। जिन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों से उनके द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी ली तथा पीड़ित परिवार को परिषद द्वारा बने कम्युनिटी हॉल में शिफ्ट करने को कहा तथा संघर्ष सेवा समिति पुर के अध्यक्ष छोटू लाल अटारिया ने उच्च अधिकारियों से बात की जिसके बाद नगर परिषद इंस्पेक्टर ज्ञानमल खोखर ने पीड़ित परिवार को उच्च अधिकारियों के आदेश पर बस स्टैंड स्थित सामुदायिक भवन में शिफ्ट किया। पूर्व में जिंदल से आई दरारों से पुर में सैकड़ो मकान अब भी क्षतिग्रस्त हैं जो कभी भी जानलेवा हादसे का कारण बन सकते हैं।
समिति के अध्यक्ष अटारिया ने बताया कि पिछले लंबे समय से जिंदल की ब्लास्टिंग बंद थी लेकिन महीने भर से ही जिंदल द्वारा पुर की ओर ब्लास्टिंग चालू कर दी गई जिससे लक्ष्मी नारायण भगवान बड़ा मंदिर व गांव के कई मकान गिरने की स्थिति में है समय रहते प्रशासन द्वारा जिंदल को पाबंद किया जावे अन्यथा अगर कोई हादसा होता है तो जिम्मेदारी प्रशासन व जिंदल की होगी। अटारिया ने प्रशासन से मांग की है कि दरारों से प्रभावित शेष सभी मकानो वालों को भी नगर विकास न्यास द्वारा दिए जा रहे भूखंड आवंटित किए जावे। इसके लिए समिति द्वारा जिलाधीश महोदय को अवगत करा सरकार से मांग की जाएगी। आचार्य ने अत्यधिक क्षतिग्रस्त मकानों को जिनकी दीवारें आम रास्ते में गिरने की स्थिति में है को जमीदोज करने हेतु नगर परिषद के सहायक अभियंता सहायक दिनेश मीणा को फोन पर बात कर कहा ताकि उक्त जर्जर मकानों से आम राहगीरों को जानलेवा हादसे का शिकार ना होना पड़े।