सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक के मामले अन्य सीजन की तुलना में काफी बढ़ जाते हैं. इसका कारण घटा हुआ तापमान होता है. क्योंकि ठंड के कारण बॉडी का टैम्प्रेचर डाउन ना हो इसके लिए हार्ट तेजी से पंप करता है, जिससे शरीर के अंतर ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है. लेकिन सर्दी की वजह से आर्टरीज सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड उतनी तेजी से प्रवाहित नहीं हो पाता जितनी जरूरत होती है. यानी पूरी बॉडी में उस फ्लो को मेंटेन रखते हुए नहीं पहुंचता, जितनी तेजी से हार्ट पंप कर रहा होता है. इस कारण सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक का खतरा और केस दोनों ही कई गुना बढ़ जाते हैं.
इन लक्षणों को न करें अनदेखा –
हार्ट ब्लॉकेज का सबसे आम लक्षण सीने में दर्द है।
इसमें सीने पर दबाव या जकड़न महसूस हो सकती है।
– अगर गैस की समस्या नहीं है और दर्द बना रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
– सांस लेने में परेशानी, विशेष रूप से हल्का व्यायाम या तेज चलने पर।
– हार्ट बीट का अचानक तेज हो जाना भी ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, थकान महसूस होना, खासकर व्यायाम या तनाव के दौरान, ब्लॉकेज का लक्षण है।
-बिना कारण हाथ-पैर ठंडे पड़ना, चक्कर आना।
– बेहोशी, पसीना आना, अत्यधिक चिंता महसूस करना, और त्वचा का पीला पड़ना शामिल हैं।
– अगर ये लक्षण बार-बार दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
समय पर जांच और इलाज से हार्ट अटैक या अन्य गंभीर समस्याओं को टाला जा सकता है। इन लक्षणों को पहचानकर समय पर इलाज करवाना हार्ट अटैक के जोखिम को कम कर सकता है।
कमर से पहचानें हार्ट की बीमारी का बड़ा कारण मोटापा है, जो कमर और पेट के आकार से झलकता है। पुरुषों की कमर 37 इंच और महिलाओं की 31.5 इंच से अधिक होने पर हार्ट कमजोर हो सकता है।
पुरुषों में 40 इंच और महिलाओं में 35 इंच गंभीर खतरे का संकेत हैं। समय-समय पर कमर नापते रहें।
हार्ट ब्लॉकेज से बचाव के उपाय हार्ट ब्लॉकेज से बचाव के लिए स्वस्थ खानपान अपनाएं, नियमित व्यायाम करें, धूम्रपान और अत्यधिक शराब से दूरी बनाएं। मानसिक तनाव से बचें और साल में एक बार हार्ट चेकअप कराएं। किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। ये लोग बरते सावधानी स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, उम्र बढ़ने, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, हार्ट वॉल्व की समस्या, या ल्यूपस जैसी ऑटोइम्यून बीमारी से पीड़ित लोगों में हार्ट ब्लॉकेज का खतरा अधिक होता है। ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और नियमित जांच व स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए।
सर्दी में हार्ट को हेल्दी रखने के लिए क्या खाएं?
1. पुनर्नवा खाएं- ठंड से बचने और हार्ट को हेल्दी रखने के लिए पुनर्नवा का सेवन करें. ये एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी होती है. जो ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में मदद करती है. आप इसे हर दिन 2 से 5 ग्राम सुबह के समय खाली पेट खा सकते हैं.
2. सौंठ का सेवन करें- सौंठ यानी सूखा हुआ अदरक, जिसे कूटकर या पाउडर बनाकर दोनों तरह से उपयोग किया जाता है. आप दिन में एक बार छोटी चम्मच से आधा चम्मच सौंठ लेकर खाना खाने से पहले गर्म पानी के साथ इसका सेवन करें. ये आर्टरीज को टाइट होने से बचाने, शरीर की सूजन को रोकने और मेटाबॉलिज़म को हाई रखने में मदद करती है.
3. काली मिर्च का सेवन करें- काली मिर्च इंसुलिन का स्तर बनाए रखने में मदद करती है. खासतौर पर सीनियर सिटीजन के शरीर में होने वाली डायजेशन और कोलेस्ट्रोल की समस्या को नियंत्रित रखने में मदद करती है. हर दिन सुबह खाली पेट एक काली मिर्च को कूटकर गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन कर सकते हैं. या सुबह के समय दूध और चाय में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं.
4. अर्जुन की छाल- अर्जुन के पेड़ की छाल का उपयोग आप चाय बनाने के लिए या फिर इसका पाउडर बनाकर चूर्ण के रूप में सेवन कर सकते हैं. ये आपको किसी भी आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर मिल जाएगा.
5. हरी इलायची- हार्ट हेल्थ के लिए इलायची बहुत अच्छी होती है. आप एक इलायची को एक कप दूध या चाय में डालकर इसका सेवन कर सकते हैं. खाना खाने के एक घंटे बाद इलायची को चबाकर का सकते हैं या फिर गर्म पानी के साथ निगलकर खा सकते हैं.
हार्ट को हेल्दी रखने के तरीके
- सुबह झटके के साथ बिस्तर से ना उठें. सबसे पहले लेफ्ट हैंड साइड (उल्टे हाथ की तरफ) करवट लें. फिर उठकर कुछ मिनट बेड पर बैठें और फिर आराम से बिस्तर से उतरें.
- सुबह उठकर गुनगुना पानी पीकर दिन की शुरुआत करें.
- योग और वॉक जरूर करें. सर्दी में ऐसा ना करना हार्ट को खासतौर पर कमजोर बनाता है.
- ताजा खाना ही खाएं और फ्रिज से निकालकर तुरंत किसी चीज का सेवन ना करें.
- शरीर का तपमान मेंटेन रखने के लिए कान और पैर के पंजे ढंककर रहें.