सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- को-ऑपरेटिव बैंक ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड बनकाखेड़ा में किसानों के साथ हुए गबन को लेकर मुख्यमंत्री के आदेशानुसार गठित को-ऑपरेटिव बैंक की विशेष जांच कमेटी सोमवार को जीएसएस बनका खेड़ा पहुंची, जहां ग्रामीणों ने व्यवस्थापक अशरफ मेवाती द्वारा किए गए कागजी फर्जीवाड़े और वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाये । जांच दल में भीलवाड़ा मुख्य शाखा से आए अतिरिक्त अधिशाषी अधिकारी आशुतोष मेहता, सहायक अधिशाषी अधिकारी अब्दुल अजीज अंसारी और कोटड़ी शाखा प्रबंधक मनीष महावर के समक्ष किसानों ने अपनी शिकायते बताई और जांच टीम ने किसानों के ब्यान लिए । किसान नेता सुभाष ओझा और शंकर लाल जाट के नेतृत्व में एकत्रित हुए ग्रामीणों ने व्यवस्थापक अशरफ मेवाती पर मिलीभगत कर गबन और फर्जीवाड़े के आरोप लगाए । जांच के दौरान अधिकारियों ने बैंक के दस्तावेजों और उपस्थिति रजिस्टर को खंगाला । सुभाष ओझा और शंकर लाल जाट ने जांच कमेटी को बताया कि पूर्व में तहसीलदार द्वारा की गई जांच के बावजूद अब तक व्यवस्थापक के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है । जीएसएस अध्यक्ष चंद्र प्रकाश गाडरी का कहना है कि कई वर्ष तक उपाध्यक्ष के हस्ताक्षर से भुगतान करना बताया गया कुछ चेक पर मेरे हस्ताक्षर करना भी बता रहे जब मैने हस्ताक्षर किए,जब कि ऐसा नही है,किसानों के साथ हुआ अन्याय की जांच कर किसानों को पैसे लौटाए जावे । अतिरिक्त अधिशाषी अधिकारी आशुतोष मेहता ने किसानों को आश्वासन दिया है कि सभी बयानों और दस्तावेजों की गहनता से समीक्षा की जाएगी और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी ।


