भीलवाड़ा । संगम विश्वविद्यालय के कौशल एवं उद्यमिता विभाग तथा स्वावलंबन भारत अभियान स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में बौद्धिक सम्पदा अधिकार विषय पर डॉ. धनपत राम अग्रवाल के मुख्य उद्बोधन में कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया । संगम विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफ़ेसर करुणेश सक्सेना ने स्वागत उद्बोधन और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु ऐसे आयोजनों का महत्व समझाते हुए किया। प्रोफ़ेसर सतीश आचार्य ने कार्यक्रम की रूपरेखा और मुख्य वक्ता का परिचय करवाया। मुख्य वक्ता डॉ धनपत राम अग्रवाल, स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक ने अपने उद्बोधन में अनेक पहलुओं को संकलित करते हुए भारत को सामाजिक ,राजनीतिक ,आर्थिक पहलुओं में विश्व की बड़ी शक्ति के रूप में आगे आने की भविष्यवाणी की ,साथ ही बताया कि आर्थिक पक्ष में हिंदुस्तान दुनिया के कई देशों को पछाड़ता हुआ विश्व की बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है ,भारत का जागरूक युवा ,जो अब नौकरी माँगने के स्थान पर नौकरी देने की प्रवृत्ति हेतु अपनी शिक्षा दीक्षा प्रारंभ कर रहा है। डॉ अग्रवाल ने बताया कि जिस देश का युवा शक्ति अपनी ऊर्जा का उपयोग उस देश की अस्मिता और अखंडता के निर्माण में लगाता है उस देश को विश्व पटल पर पहचान मिलती ही है । उप कुलपति प्रोफ़ेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने विद्यार्थियों को स्वावलंबन का पाठ पढ़ाते हुए कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु आभार व्यक्त किया।रजिस्ट्रार प्रोफ़ेसर राजीव मेहता ने ऐसे बौद्धिक कार्यक्रमों की सराहना की।विश्वविद्यालय कौशल एवं उद्यमिता के उपनिदेशक डॉ .मनोज कुमावत ने यह आयोजन युवाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफ़ेसर सतीश आचार्य रहे । कार्यक्रम के अंत में संयोजिका प्राचार्य रूपी देवी कॉलेज डॉ. ज्योति वर्मा ने तथा डॉक्टर शंकर लाल माली ने भी केंद्रीय विषय पर उद्बोधन दिया। इस अवसर पर प्रो के के शर्मा , डॉ प्रवीण सोनी , डॉ मुकेश शर्मा , डॉ सोमकुवर के साथ फार्मेसी, मैनेजमेंट और लॉ के शिक्षकगण और विद्यार्थी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.अवधेश कुमार जोहरी ने किया ।