भरत देवड़वाल
संतुलित भोजन शारीरिक स्वस्थ के साथ मन की शुद्धता और एकाग्रता के लिए भी आवश्यक : ब्रह्माकुमारी डॉ. शुभलक्ष्मी दीदी
निवाई/।स्मार्ट हलचल|प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शाखा टोंक द्वारा टोंक शहर में चलाया जा रहे वैलनेस फॉर माइंड बॉडी एंड सोल विषय पर हॉलिस्टिक हेल्थ अभियान तहत आज नेहरू पार्क टोंक और शिवजी नगर कंपू में स्थित जयपुर कोचिंग क्लासेस में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम संयोजक ब्रह्माकुमारी डॉ. शुभलक्ष्मी दीदी ने बताया कि समग्र स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण आधार है। हॉलिस्टिक हेल्थ के सिद्धांत मानता है कि मनुष्य केवल एक शरीर नहीं है, बल्कि शरीर, मन और आत्मा का एक अटूट मेल है। जब तक ये तीनों पहलू संतुलित और स्वस्थ होते हैं तब ही मनुष्य जीवन श्रेष्ठ बनता है। उन्होंने कहा कि जब हम खुद स्वस्थ रहेंगे तभी दूसरों की मदद कर सकते हैं। दीदी ने संतुलित आहार का महत्व बताते हुए कहा कि पवित्र और संतुलित भोजन से न केवल पेट स्वस्थ रहता है, बल्कि यह मन की शुद्धता और एकाग्रता के लिए भी बहुत आवश्यक है, इसलिए आज हम सब संकल्प लें कि हम केवल अपने शरीर को ही नहीं, बल्कि अपने मन और आत्मा को भी स्वस्थ रखेंगे और अपनी थाली, अपने विचारों, और अपने रिश्तों में संतुलन लाएंगे।
कार्यक्रम में श्री व्यापार संघ जवाहर बाजार टोंक के अध्यक्ष एवं योग विशेषज्ञ दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा कि ब्रह्माकुमारी दीदियों का जीवन सचमुच मानव कल्याण के लिए समर्पित है, यह हमारे टोंक शहर में हर स्तर के लोगों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य कर रही हैं।
जयपुर कोचिंग क्लासेस के निर्देशक सीताराम सेनी ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान का आभार जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य की दिशा में आपके द्वारा किया जा रहा कार्य अनुकरणीय है।
इस मौके पर ब्रह्माकुमारी गुंजन दीदी ने राजयोग ओर व्यायाम का महत्व बताते हुए सभी को एक्सरसाइज करवाई। दीदी ने कहा कि यह हॉलिस्टिक हेल्थ अभियान 10 दिसंबर 2025 तक चलेगा जिसमें शहर का कोई भी संस्थान इस निःशुल्क सेवा का फायदा लेने के लिए ब्रह्माकुमारीज के स्थानीय सेवा केंद्र पर संपर्क कर सकते हैं।
इस मौके पर योग विशेषज्ञ रमाकांत शर्मा, दिशा कमेटी राजस्थान सरकार के पूर्व सदस्य ओम प्रकाश गुप्ता, बीके तुलसीराम भाई नेहरू पार्क शहर के वरिष्ठ नागरिक एवं कोचिंग क्लासेस का स्टाफ,छात्र–छात्राएं मौजूद रहीं।


