नामांतरण खोलने की एवरेज में मांगे थे रुपए
बानसूर ।स्मार्ट हलचल|भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को तहसील कार्यालय में कार्यवाही करते हुए कानूनूगों महेन्द्र सिंह मौर्य को 5000 रूपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया है।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी चौकी भिवाडी को इस संबंध में एक शिकायत मिली थी परिवादी ने बताया था कि मेरे नाम से सन् 2023 में राजस्व ग्राम केहरपुरा में पाँच बिस्वा जमीन क्रय की गई थी,जिसकी रजिस्ट्री 19 जून 2023 को तहसील बानसूर में करवाई गई। हमारे द्वारा क्रय की गई जमीन की हल्का पटवारी को रजिस्ट्री देने पर पटवारी द्वारा नामान्तकरण दर्ज करने की प्रक्रिया की गई, लेकिन सरपंच ग्राम पंचायत बबेरा द्वारा उक्त नामान्तकरण को यह लिखते हुये खारीज कर दिया कि मौके पर जमीन कब्जे में नही है। इसके बाद परिवादी ने उक्त नामान्तकरण दर्ज करवाने के लिए एसडीएम कोर्ट बानसूर में अपील हेतु प्रार्थना पत्र जरिये वकील पेश किया गया। एसडीएम कोर्ट द्वारा अपील पर कार्यवाही करते हुये तहसीलदार बानसूर को नामान्तकरण नियमानुसार दर्ज करने के आदेश दिये गये। आदेश देने के बाद परिवादी तहसील बानसूर में ऑफिस कानूनगो महेन्द्र सिंह मौर्य से मिला और नामान्तकरण के लिए पूर्ण कार्यवाही में क्रेता विक्रेता के बयान तथा पटवारी की मौका रिपोर्ट करवाकर उनको दे दी गई। जब परिवादी ने आरोपी से नामान्तकरण की आगे की कार्यवाही के लिए आदेश चाहा तो उन्होने टाल मटोल कर फिर परिवादी से उसकी माता जी के नाम नामान्तकरण दर्ज करवाने के लिए हल्का पटवारी को आदेश दिलवाने के लिए 5,000 रुपये रिश्वत की मांग के लिए परेशान किया जा रहा है। जिस पर अनिल कयाल उप महानिरीक्षक पुलिस चतुर्थ ए.सी. बी. मुख्यालय जयपुर के सुपरवीजन में ए.सी.बी. ईकाई भिवाडी के उप अधीक्षक पुलिस परमेश्वर लाल के नेतृत्व में मय टीम के ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपी महेन्द्र सिहं मौर्य कानूनगो को 5000 रूपये रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया है।