ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी कंजरवेटिव पार्टी के एक सांसद के दल-बदल कर विपक्षी लेबर पार्टी में शामिल हो जाने के बीच, जुलाई में आम चुनाव कराये जाने की संभावना को स्पष्ट रूप से खारिज करने से रविवार को इनकार कर दिया। देश में दो मई को नगर निकाय और महापौर चुनाव होने हैं। सांसद डैन पोल्टर ने कहा कि अगले चुनाव से पहले वह विपक्षी खेमे में चले जाएंगे, क्योंकि वह राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) पर टोरी (कंजरवेटिव) सरकार के कामकाज का अब और बचाव नहीं कर पाएंगे
5 मई को नहीं होगा चुनाव?
बता दें कि सुनक पर पांच बार दबाव डाला गया था कि ब्रिटेन में गर्मी के चरम वाले महीने में चुनाव की संभावना को खारिज किया जाए। इस बीच अपनी सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए राज्य-वित्त पोषित एनएचएस पर, सुनक ने इलाज चाहने वाले मरीजों के लिए प्रतीक्षा समय में गिरावट की ओर इशारा किया।
इसमें मुद्रास्फीति को कम करना, रक्षा बजट में बढ़ोतरी और इस साल के अंत से पूर्वी अफ्रीकी देश में अवैध प्रवासियों को निर्वासित करना शुरू करने के लिए रवांडा सुरक्षा विधेयक को संसद से पारित कराना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जहां तक आम चुनाव की बात है, मैं कई बार और एक बार फिर इस बारे में बहुत स्पष्ट हूं कि मैं जो कुछ कह चुका हूं उससे ज्यादा नहीं कहने जा रहा। मैं इस बारे में बहुत स्पष्ट रहा हूं।’’ सरकार से वित्त पोषित एनएचएस पर, सुनक ने कहा कि उपचार कराना चाह रहे मरीजों के प्रतीक्षा करने का समय घट गया है।
उन्होंने महंगाई घटाने, रक्षा बजट बढ़ाने और रवांडा विधेयक संसद से पारित कराने, जैसी प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी सफलताओं का भी उल्लेख किया। विधेयक के पारित हो जाने से इस साल के अंत से अवैध प्रवासियों को पूर्वी अफ्रीकी देश रवांडा भेजा जाना शुरू हो जाएगा।
इस बीच, ब्रिटेन की मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार, ग्रीष्मकाल में चुनाव कराये जाने के खतरे पर चर्चा का इस्तेमाल प्रधानमंत्री कार्यालय-सह आवास ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ एक तरकीब के तौर पर कर रहा है, ताकि इस हफ्ते के अंत में स्थानीय चुनाव के प्रतिकूल नतीजे आने की स्थिति में सुनक के नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में अंदरूनी बगावत को रोका जा सके। ज्यादातर ‘ओपनियन पोल’ में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी का आम चुनाव में सूपड़ा साफ होने की संभावना जताई जा रही है, इसलिए अपनी सीट बचाने की उम्मीद कर रहे अधिकांश मौजूदा टोरी सांसद जल्द चुनाव कराने के पक्ष में नहीं हो सकते हैं।