पुनित चपलोत
भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर करेड़ा थाना क्षेत्र के सिंजाडी का बाडिया चिताम्बा गांव के ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया इससे पूर्व उन्होंने मुखर्जी उद्यान से कलेक्ट्रेट तक एक विरोध रैली निकाली। वही प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन को ज्ञापन दिया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बूदर गुर्जर के आत्महत्या मामले में निर्दोष लोगों को फसाया जा रहा है। उन्होंने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। पीड़ित मिट्ठू लाल गुर्जर ने कहा कि चार-पांच महीने पहले मेरे भाई बूदर गुर्जर सुसाइड कर लिया इसके कुछ दिन बाद मेरे भाई की पत्नी पूजा गुर्जर ने अपने पीहर जाने के बाद मुझ पर और मेरे परिवार पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। जबकि आत्महत्या के दिन मैं अहमदाबाद था और मेरे घर वाले भी बाहर गए हुए थे। उस दिन घर पर मेरी मां , मेरे भाई की पत्नी और मेरे अंकल थे। जब मेरा भाई बूदर गुजरात में रहता था तो उसकी पत्नी पूजा ने उसको वापस अपने गांव बुलाया व बूदर से रूपये खर्च करवा कर पूजा ने अपने नाम से ग्राम चिताम्बा में करीब 2 बीघा जमीन खरीद करवायी और उसमे एक फेक्ट्री न्यू भेरूनाथ डायमण्ड टूल्स के नाम से निर्माण करवाया जिसका शुभारंभ होना था कि पूजा गुर्जर ने उसके जीजा राकेश गुर्जर व भैरू गुर्जर के साथ आपस मे मिली भगत कर नाजायज रूप से तंग एवं परेशान करना शुरू कर दिया कि तूम उक्त फेक्ट्री में राकेश गुर्जर व भैरू गुर्जर को भागीदार रखो इस पर बूदर गुर्जर ने ऐसा करने से मना किया तो उक्त तीनो आये दिन बूदर गुर्जर को आये परेशान करने लग गये व मारपीट करने लग गये व डराने धमकाने लग गये और बूदर की हत्या करने व सबूत नष्ट करने का डर बताने लग गये और दिनांक 18.08.2025 को तीनो ने फेक्ट्री में बूदर को काफी मानसिक रूप से परेशान किया व उसके साथ मारपीट की और उक्त तीनो अभियुक्तगण वहां से चले गये और पूजा भी उसके जीजा के साथ, जीजा के घर ग्राम भिंचौर चली गयी। इसके बाद मेरे भाई ने आत्महत्या कर ली जो सीसीटीवी में भी दिखाई दे रहा है कि मेरा भाई एक रस्सी लेकर कमरे में जा रहा है। मेरे भाई की पत्नी पूजा व उसका जीजा राकेश व भैरू ने अपराधिक षडयंत्र रचकर बूदर को साजिश पूर्वक तरीकें से बूदर को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जिस कारण से बूदर ने आत्महत्या की है।


