कोटा को 25 करोड़ का केटल फीड प्लांट मिलना स्वागत योग्य — राठौड़
दीर्घकालीन कृषि ऋण,नए एफपीओ और पशुपालन विकास कोष की स्थापना प्रशंसनीय
कोटा। स्मार्ट हलचल/मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी विज़न को उपमुख्यमंत्री (वित्त) दिया कुमारी ने बजट 2024 -25 में पेश किया है। यह अभूतपूर्व बजट महिलाओं, युवाओं, किसानों, कर्मचारियों, उद्यमियों, वंचितों, ज़रूरतमंदो सहित प्रदेश के सभी वर्गों की उम्मीदों एवं आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है। यह बात कोटा सहकारी भूमि विकास बैंक एवं कोटा बूंदी दुग्ध सहकारी उत्पादक संघ के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने कही। राठौड़ ने कहा कि सहकारिता,पशुपालन व किसानो के लिए बजट मे पिटारा खोल दिया गया है।
पशुपालन व डेयरी को सौगात
राठौड़ ने बताया कि पशुपालन व डेयरी के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विकास की सौगात देते हुए
मुख्यमंत्री पशुपालन विकास कोष-250 करोड़ रुपये का प्रावधान किए है। कोटा में डेयरी के विकास के लिए 25 करोड़ रुपये की लागत से केटल फीड प्लांट की स्थापना की जाएगी। 500 पशु चिकित्सा उपकेन्द्र,125 पशु चिकित्सकों तथा 525 पशुधन सहायकों के नये पद,100 पशु चिकित्सा उपकेन्द्रों का पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नयन, लगभग 15 करोड़ रुपये का व्यय होगा। मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना- 5-5 लाख दुधारू गाय/भैंस, 5-5 लाख भेड़/बकरी तथा 1 लाख उष्ट्र,सीमेंस योजना के तहत 75 प्रतिशत अनुदान राशि,लगभग 2 लाख पशुपालको को बजट से लाभांवित होना स्वागत योग्य है।
सहकारिता व कृषि को बढावा
राठौड़ ने कहा कि सहकारिता व कृषि के विकास के लिए डबल इंजन की सरकार प्रयासरत है। राज्य बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान कर सहाकारित व कृषि को संभल देने का प्रयास किया गया है। जिसमें दीर्घकालीन कृषि ऋणों का समय पर चुकारा करने वाले काश्तकारों को 2 प्रतिशत का अतिरिक्त ब्याज
अनुदान,दीर्घकालीन सहकारी अकृषि ऋणों पर 5 प्रतिशत का ब्याज अनुदान, लगभग 64 करोड़
रुपये का व्यय, 500 नये एफपीओ,150 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 100 से 500 मीट्रिक टन क्षमता के गोदामों का निर्माण,गौवंश से जैविक खाद उत्पादन करने हेतु गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना, 10 हजार रुपये प्रति कृषक तक की सहायता के प्रावधान बजट में स्वागत योग्य है।