फोर्टी वुमन विंग ने बजट उम्मीदों पर की परिचर्चा
महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता को मिलेगी नई दिशा
अजय सिंह (चिंटू)
जयपुर-स्मार्ट हलचल/फोर्टी वुमन विंग की ओर से देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से जुड़ी महिला उद्यमियों की उम्मीदों पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस चर्चा में प्रदेश की विभिन्न सेक्टर्स में कार्यरत महिला उद्यमियों ने भाग लिया और अपने सुझाव रखे।बैठक में फोर्टी वुमन विंग की अध्यक्ष डॉ. अलका गौड़, उपाध्यक्ष पूजा रस्तोगी, दिव्या बालासरिया, डॉ. रीना प्रजापत, सोनिया बढ़ाया, श्वेता अग्रवाल, अनुज्ञा मेहरवाल, कृष्ण प्रिया अग्रवाल, मंजू शर्मा और रौनक मनुश्री गोयल सहित कई प्रमुख महिला उद्यमी शामिल रहीं।
महिला उद्यमियों की बजट से प्रमुख उम्मीदें
1. रिटायरमेंट फंड की घोषणा – महिला उद्यमियों के लिए एक विशेष रिटायरमेंट फंड की शुरुआत की जा सकती है, जिससे उन्हें वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
2. इंटरनेशनल लेवल की यूनिवर्सिटी – महिलाओं के उच्च शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए बजट में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की यूनिवर्सिटी की घोषणा की उम्मीद जताई गई।
3. फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा – इस सेक्टर को सशक्त करने के लिए कच्चे माल पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती की जानी चाहिए।
4. स्किल डेवलपमेंट सेंटर – महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और नए कौशल सिखाने के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जानी चाहिए।
5. ई-कॉमर्स नीति – ऑफलाइन व्यापार के संरक्षण और छोटे व्यवसायों को सहयोग देने के लिए एक ठोस ई-कॉमर्स नीति की जरूरत है।
6. समान आर्थिक अवसर – महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबर अवसर मिले, इसके लिए ठोस नीतियों की घोषणा की जानी चाहिए।
7. जीवन बीमा अनिवार्य किया जाए – देशभर में सभी के लिए जीवन बीमा को अनिवार्य बनाने की पहल हो सकती है, जिससे हर नागरिक वित्तीय रूप से सुरक्षित रह सके।
8. कला और कलाकारों को प्रोत्साहन – देश की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और कलाकारों के उत्थान के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा हो सकती है।
9. रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा – होम लोन पर ब्याज दरों में कमी करके इस सेक्टर को मजबूती दी जा सकती है, जिससे आम लोगों को घर खरीदने में आसानी होगी।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम
फोर्टी वुमन विंग की महिला उद्यमियों ने इस परिचर्चा में जोर देकर कहा कि इस बार के बजट में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और उद्यमिता को मजबूती देने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से उम्मीद जताई गई कि वे महिलाओं के विकास को प्राथमिकता देकर आवश्यक घोषणाएँ करेंगी।