– आरटीआई में खुली माफियाओं की पोल-एडवोकेट राजा भईया ने डीएम व एसपी को दर्ज कराई शिकायतें,
– पिछले तीन चार सालों से सरकारी भूमि पर चल रहा था अवैध फार्म हाऊस-जिम्मेदारों के खिलाफ भी हो कानूनी कार्यवाही :- एडवोकेट राजेन्द्र सिंह तोमर
टोंक/सवाई माधोपुर। सवाई माधोपुर जिले की सवाई माधोपुर शहरी तहसील की ग्राम पंचायत मथुरापुर आटून के पच्चीपुला गांव में पिछले तीन चार सालों से कुछ दबंगों ने सरकारी चरागाह की भूमि पर अवैध कब्जा करके लगभग पैंतीस फीट लम्बा और तीस फीट चौड़ा भायाजी फार्म हाऊस के नाम से एक फार्म हाऊस बनाने और चलाने का मामला सामने आया है, जिसे दबंगों द्वारा अपने निजी फायदे और मुनाफे के लिए इस्तेमाल किया जाता था। निःसंदेह यह अवैध फार्म हाऊस संबंधित सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से ही यहां अवैध रूप से चलाया जा रहा था। पिछले कई वर्षों में यह फॉर्म हाउस आसपास के क्षेत्रों में काफी चर्चित भी हो गया था। लेकिन हिन्दुस्तान शिवसेना के राष्ट्रीय प्रमुख और दिल्ली हाईकोर्ट के एडवोकेट राजेन्द्र सिंह तोमर (राजा भईया) ने एक आरटीआई राजस्व विभाग में लगाकर इस पूरे गोलमाल फार्म हाउस की पोल खोल दी है। एडवोकेट राजेन्द्र सिंह तोमर ने पत्रकारों को जरिए प्रेसनोट एवं आरटीआई जवाब की तथा अपनी ओर से सवाई माधोपुर के जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, थाना प्रभारी थाना मानटाऊन को दी गई। मीडिया को शिकायतों की प्रतियां देते हुए बताया कि उन्हें उपरोक्त ग्राम के ही किसी व्यक्ति ने सरकारी भूमि पर इस अवैध कब्जे के बारे में बताया था, जिसको पुख्ता करने के लिऐ उन्होंने तहसीलदार सवाई माधोपुर के समक्ष एक आरटीआई आवेदन लगाकर सूचनाऐं एकत्र की, जिसमें तहसीलदार ने उन्हें हल्का पटवारी आटूनकलां की ओर से बिंदुवार दी गई जानकारी के अनुसार सूचना देते हुए बताया कि उपरोक्त गांव पच्चीपुला में पिछले तीन चार वर्ष पुराना यह भायाजी फार्म हाऊस खसरा नम्बर 708 के अनुसार गै.मु.चरागाह की सरकारी भूमि पर दबंगों ने अवैध कब्जा कर बनाया हुआ है, जिसकी लंबाई चौड़ाई 35 गुणा 30 फीट लगभग है। वहीं एडवोकेट राजेन्द्र सिंह तोमर (राजा भईया) ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह अवैध कब्जा संबंधित जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से ही दबंगों द्वारा किया गया है, वर्ना तीन चार वर्षों से आज तक इस अवैध निर्माण को समय रहते क्यों नहीं तोडा गया और आखिर क्यों सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराकर कानूनी कार्यवाही नहीं कराई गई, इन सभी तथ्यों एवं आरटीआई से प्राप्त सूचना की प्रतियों के साथ सोमवार को राजा भईया ने एक जागरूक नागरिक का फर्ज निभाते हुए उपरोक्त सभी अधिकारियों को लिखित शिकायतें भेजकर सभी दोषियों और संबंधित जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के विरूद्ध भी नियमानुसार विभागीय एवं कानूनी कार्यवाही करने व एफआईआर दर्ज कराने और तत्काल इस अवैध फार्म हाऊस को ध्वस्त कर सरकारी चरागाह भूमि को मुक्त कराने की मांग की है, अन्यथा उन्होंने इस पूरे प्रकरण को राजस्थान उच्च न्यायालय में ले जाने की चेतावनी भी दी है, अब देखना होगा कि कब तक और किस-किस अधिकारी और कार्मिकों पर कार्यवाही हो पाती है।


